इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | रविवार को संसद भवन के उद्घाटन के समय दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे महिला पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस की बर्बरता और खिलाड़ियों को हिरासत में लिए जाने की घटना का जमाअत इस्लामी हिंद ने कड़ा निरोध किया है और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
नए संसद भवन की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारी पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर से हिरासत में ले लिया और उनके साथ पुलिस द्वारा बर्बरता भी की गई.
पहलवानों और समर्थकों को हिरासत में लिए जाने के बाद जंतर-मंतर पर धरना स्थल को भी पुलिस द्वारा खाली करवाया दिया गया.
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक की टीम ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली पुलिस ने पहलवान को हिरासत में ले लिया है.
उनके अलावा विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया को भी पुलिस ने डीटेन कर है. पहलवानों के साथ सरकार के इस रवैये की हर तरफ आलोचना हो रही है.
भारत के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमाते इस्लामी हिन्द ने सरकार के इस तानाशाही कृत्य की निंदा की है.
अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी किए गए बयान में जमात ने कहा है कि, “संवैधानिक रूप से प्राप्त अधिकारों की मांग करते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने की हम कड़ी निंदा करते हैं. हमारी बेटियों से इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए”.
बयान में आगे कहा गया है कि, “जिन्होंने हमें गौरवान्वित किया और देश का नाम रौशन किया. यह हमारी बेटियों के लिए बहुत ही अपमानजनक है, यह महिलाओं के अधिकारों और हमारे लोकतंत्र के लिए दुखद दिन है. जमात उनकी तत्काल रिहाई की मांग करती.”
जमात ने कहा है कि, “हमारी बेटियों को जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए और उनकी शिकायतों का तेजी से समाधान किया जाना चाहिए. यह एक विडंबना है और काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह लोकतंत्र विरोधी घटना उसी दिन हुई, जिस दिन हमारे लोकतंत्र की आधारशिला के रूप में नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ”.
ग़ौरतलब है कि ओलंपिक पदक विजेता बजरंज पुनिया, साक्षी मलिक और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता विनेश सहित आंदोलनकारी पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
बृज भूषण पर कई महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न करने का आरोप है. भाजपा के इस नेता की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पिछले 35 दिनों से महिला पहलवान प्रदर्शन कर रही हैं.