इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने एक रिपोर्ट को साझा करते हुए केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है जिसमें कहा गया है कि, IIT मुंबई में पिछले वर्ष 32% और इस वर्ष 36% स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट नहीं हो सका है.
राहुल गांधी ने रिपोर्ट साझा करते हुए टिप्पणी की है कि, बेरोज़गारी की बीमारी की चपेट में अब IIT जैसे शीर्ष संस्थान भी आ गए हैं और हाल यह है कि इन संस्थानों के छात्र छात्राओं को नौकरी नहीं मिल रही है.
ज्ञात हो कि हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि IIT मुंबई जैसे संस्थान में इस साल 36 प्रतिशत छात्र छात्राओं का प्लेसमेंट नहीं हो सका और उन्हें नौकरी नहीं मिली जबकि पिछले साल ये संख्या 32 प्रतिशत थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल 2000 रजिस्टर्ड छात्रों में से करीब 712 छात्रों को अभी तक इस कोई प्लेसमेंट नहीं मिला है जिसे लेकर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं.
रिपोर्ट में बताया गया है कि, पिछले वर्ष 32.8 प्रतिशत छात्र कोई नौकरी हासिल नहीं कर सके थे और साल 2024 में अभी तक प्लेसमेंट नहीं मिलने वाले छात्रों की संख्या में 2.8 प्रतिशत का इज़ाफा हुआ है.
राहुल गांधी ने इस रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी सिर्फ भावनात्मक मुद्दों के जाल में फंसा कर देश के युवाओं को धोखा दे रहे हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि, “भारत में ‘बेरोज़गारी की बीमारी’ की चपेट में अब IIT जैसे शीर्ष संस्थान भी आ गए हैं. IIT मुंबई में पिछले वर्ष 32% और इस वर्ष 36% स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट नहीं हो सका.”
एक अख़बार की ख़बर को साझा करते हुए राहुल ने कहा, “देश के सबसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान का ये हाल है, तो कल्पना कीजिए BJP ने पूरे देश की स्थिति क्या बना रखी है.”
राहुल गाँधी ने सोशल मीडिया पर कहा है, “कांग्रेस द्वारा युवाओं के लिए रोज़गार का ठोस प्लान देश के समक्ष रखे लगभग एक महीना बीत चुका है, पर भाजपा सरकार ने इस मुद्दे पर अब तक सांस भी नहीं ली है.”
उन्होंने भाजपा और मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “नरेंद्र मोदी के पास न रोज़गार देने की कोई नीति है और न ही नीयत, वह सिर्फ भावनात्मक मुद्दों के जाल में फंसा कर देश के युवाओं को धोखा दे रहे हैं.”
राहुल ने कहा, “युवा इस सरकार को उखाड़ कर अपने भविष्य की नींव खुद रखेगा. कांग्रेस का #YuvaNyay देश में एक नई ‘रोज़गार क्रांति’ को जन्म देगा.”
ज्ञात हो कि साल 2023 में 2,209 रजिस्टर्ड छात्रों में से 1,485 छात्र ही नौकरी पा सके थे.