अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो
लखनऊ | उत्तर प्रदेश में भगवाकरण के नाम पर अब भाजपा की सहयोगी पार्टी निषाद पार्टी भाजपा से आगे निकलने का प्रयास कर रही है। इसके लिए यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने प्रयागराज के श्रंग वेरपुर किले में स्थित एक मस्जिद को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा कर दिया है और उस मस्जिद को हटाने की मांग की है।
श्रंगवेरपुर में निषादराज का एक किला है, जिसका संबंध निषादराज से है। त्रेतायुग में जब भगवान राम ने 14 वर्ष के लिए वनगमन किया था, तो इसी जगह पर श्रंगवेरपुर में तत्कालीन समय में निषादराज ने अपनी नाव से राम, सीता और लक्ष्मण को गंगा पार कराया था। बताया जाता यह किला उन्हीं निषादराज का है।
इसी किला परिसर में एक मस्जिद स्थित है। इसको किसने बनाया और कब बनाया, इसके बारे में किसी के पास कोई प्रमाणिक जानकारी नहीं है। अभी तक इसको लेकर कभी किसी ने न तो आपत्ति की है और न ही किसी ने इस पर विवाद खड़ा किया है। लेकिन पहली बार यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार के मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने इस मस्जिद को लेकर विवाद खड़ा किया है और इसको हटाने के लिए मांग की है।
भाजपा की सहयोगी पार्टी निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद यूपी सरकार में मंत्री हैं। इन्होंने अचानक श्रंगवेरपुर के किले में स्थित मस्जिद को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा कर दिया है और मस्जिद को किले से हटाने की मांग की है। इन्होंने किले में स्थित मस्जिद को अवैध करार दिया है।
उन्होंने इस मुद्दे को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखने की बात कही है। इसके साथ ही संजय निषाद ने कहा है कि, “हम प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे मिलकर इसके बारे में बताएंगे और उनके सामने अपनी बात रखेंगे। हम अयोध्या की तरह श्रंगवेरपुर धाम में भी भगवा झंडा फहराएंगे।”
संजय निषाद का कहना है कि, पहले वहाँ पर मस्जिद नहीं थी। लेकिन बाद में मस्जिद तैयार कर दी गई है। अब वहाँ पर मस्जिद कई एकड़ में फैल गई है। भगवान राम के अनन्य मित्र निषादराज किला परिसर से अवैध मस्जिद को तत्काल हटाए जाने की कार्यवाही शुरु की जानी चाहिए।
संजय निषाद ने आगे कहा कि, “श्रंगवेरपुर धाम में भगवान राम और निषादराज की जहां मूर्ति स्थापित है, उसके बहुत ही करीब
जानबूझकर मस्जिद का निर्माण करा दिया गया है। कुछ लोगों द्वारा गैर कानूनी तरीके से मस्जिद का निर्माण करा दिया गया है।
यह हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे हटाया जाना चाहिए।”
यूपी में योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद द्वारा इस मामले पर अनावश्यक विवाद खड़ा करने पर भाजपा और योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस पर चुप्पी साध रखी है। भाजपा की ओर से और योगी सरकार की ओर से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की गई है।योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के खुद सबसे बड़े ब्रांड और चेहरा हैं।वह कतई नहीं चाहेंगे कि हिंदुत्व के नाम पर कोई अन्य शख्स राजनीति करे।
इसके साथ ही भाजपा का मूल आधार हिंदुत्व और भगवाकरण की राजनीति है,ऐसे में भाजपा यह कतई नहीं चाहेगी कि उसकी सहयोगी छोटी पार्टी निषाद पार्टी हिंदुत्व और भगवाकरण की राजनीति करे और उसके लिए चुनौती पेश करे।यही वजह है कि भाजपा ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है।
इस प्रतिनिधि ने अपने स्तर पर श्रंगवेरपुर के निषादराज के किले में मस्जिद को लेकर संजय निषाद द्वारा विवाद खड़ा किए जाने पर कई लोगों से बातचीत की,जिसमें यह पता चला कि संजय निषाद अपनी राजनीति चमकाने के लिए इस तरह का विवाद खड़ा कर रहे हैं और इस मस्जिद को लेकर कभी कोई विवाद नहीं खड़ा हुआ है।
इस सबसे इतर यह भी चर्चा सुनने में आ रही है कि संजय निषाद का राजनीतिक भविष्य खतरे में है, क्योंकि निषाद जाति के वोटरों पर उनकी पकड़ ढीली हो गई है और उनका मंत्री पद जाना तय है। इसलिए वह इस तरह की बात करके भाजपा पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
संजय निषाद द्वारा श्रंगवेरपुर के निषादराज के किले में मस्जिद पर अनावश्यक विवाद खड़ा करने पर भाजपा की चुप्पी बड़ी हैरान करने वाली है। भाजपा संजय निषाद को हिंदुत्व और भगवाकरण के मुद्दे पर कतई राजनीति नहीं करने देना चाहती है, इसीलिए भाजपा इस मामले पर चुप है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि संजय निषाद के आलावा भाजपा ने अभी तक इस पर कभी क्यों नहीं सवाल उठाया?
लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही संजय निषाद को मस्जिद क्यों अवैध नजर आ रही है, उन्होंने पहले आजतक कभी इसको अवैध या गलत क्यों नहीं कहा? इसके अलावा जिस पार्टी भाजपा के साथ वह खड़े हैं, उसने आज तक इस मुद्दे पर कोई सवाल नहीं किया? यह ऐसे सवाल हैं, जिसका जवाब संजय निषाद ही दे सकते हैं।