इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | पूर्व सपा सांसद गैंगस्टर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ़ की प्रयागराज में अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई.
मेडिकल एक्ज़ामिन के लिए प्रयागराज के अस्पताल में ले जाए जा रहे अतीक अहमद और अशरफ़ के ऊपर तीन हमलावरों ने उस समय गोलीबारी की जब वो मीडिया से बात कर रहे थे.
गोली लगने के बाद दोनों की मौक़े पर ही मौत हो गई.
भारी पुलिस सुरक्षा के बीच हुई सरेआम हत्या ने राज्य की क़ानून व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं.
दो दिन पहले अतीक अहमद के बेटे असद की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई थी, असद पर उमेश पाल की हत्या के आरोप थे.
अतीक अहमद और अशरफ़ पर हमला करने वाले तीन हमलावरों को पुलिस ने मौक़े से गिरफ़्तार किया है. उनकी पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के तौर पर हुई है.
ख़बरों के मुताबिक़ तीनों हमलावर मीडिया कर्मी बनकर वहाँ पहुँचे थे उनके पास से माइक और प्रेस ID बरामद की गई है.
सोशल मीडिया पर वायरल इस सनसनीख़ेज़ हत्या की वीडियों में हमलावरों द्वारा धार्मिक नारे लगाए जाने की बात भी सामने आयी है.
सरेआम हुई इस हत्या के बाद कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए राज्य की क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है. उन्होंने लिखा, “उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।”
AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, “अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियाँ लगी हुई थीं। JSR के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं”.
पुलिस हिरासत में हुई अतीक और अशरफ़ की हत्या पर यूपी सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा
“ये आसमानी फ़ैसला है, सबको स्वीकार करना चाहिए”