इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | जमात-ए-इस्लामी हिंद (जेआईएच) ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में एक ईद मिलन कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में खास मेहमान के तौर पर विभिन्न विदेशी राजनयिकों, अंतरधार्मिक नेताओं, मुस्लिम समुदाय के नेताओं, कार्यकर्ताओं, राज नेताओं, पत्रकारों और विद्वानो को आमंत्रित किया गया था.
सभा को संबोधित करते हुए, जमाअत अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने ईद के शुभ अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों और मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने कहा, “मुस्लिम समुदाय ईद के इस मौके पर समाज के वंचित और गरीब लोगों को अपनी खुशियों में शामिल करने का प्रयास करता हैं.”
ईद मिलन समारोह के दौरान सामाजिक ज़िम्मेदारी के महत्व पर ज़ोर देते हुए, उन्होंने सभी से वंचितों को याद रखने और न्यायपूर्ण और न्यायसंगत समाज की दिशा में काम करने का आग्रह किया.
अपनी बात रखते हुए हुसैनी ने कहा, “इस देश में हम सब मिलकर शांति, न्याय, समानता और भाईचारा स्थापित करने तथा प्रत्येक नागरिक को अधिकार और प्रगति देने के लिए प्रयास करते हैं.”
भारत में शांति और सौहार्द की स्थापना के आह्वान को दुबारा याद करते हुए, जेआईएच प्रमुख ने दुनिया भर में उत्पीड़न और शोषण पर चिंता व्यक्त की, खासकर फिलिस्तीन के बारे में उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों को “विश्व इतिहास में सबसे बदतरीन उत्पीड़न” का सामना करना पड़ रहा है.
उत्पीड़न का सामना कर रहे फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए उन्होंने फिलिस्तीनियों के चल रहे संघर्षों पर प्रकाश डाला और दुनिया भर में उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ एकजुट मोर्चे का आह्वान किया.
जेआईएच अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा कि, “यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम सभी प्रकार के उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करें. मुझे उम्मीद है कि अतीत की तरह, आप भविष्य में भी इस संबंध में सहयोग करेंगे.”
ईद-उल-फितर के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि, यह त्यौहार रमज़ान महीने के उपवास पूरे करने के बाद के अंत में मनाया जाता है, रमज़ान माह में ही पैगंबर मुहम्मद (स०अ०) पर पवित्र क़ुरआन अवतरित हुआ था. उन्होंने आगे कहा, “रमज़ान वह महीना है जिसमें मुसलमान कुरान का पालन करने और आध्यात्मिक ऊंचाई हासिल करने का प्रयास करते हैं.”
जमाअत इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष ने कहा कि, ईद-उल-फितर इस्लाम के मूल संदेश का प्रतिनिधित्व करता है कि सभी मनुष्य एक ईश्वर की रचना है. और हम एक दूसरे के भाई हैं. उन्होंने कहा, “हम ईद के मौके पर घोषणा करते हैं कि हमें भाइयों की तरह एक साथ रहना है और एक साथ मिलकर एक ईश्वर, निर्माता की आज्ञा का पालन करना चाहिए.”
ईद मिलन समारोह में विभिन्न क्षेत्रों से सम्बन्ध रखने वाले कई गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में शामिल हुए. उपस्थित विदेशी राजनयिकों में ईरानी राजदूत डॉ. इराज इलाही, फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अलहैजा, नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के सेकंड सेक्रेटरी तारिक मसरूफ और तुर्की गणराज्य के दूतावास के परामर्शदाता अहमदत यिल्डिज़ शामिल थे.
इस कार्यक्रम में अमेरिका, रूस, फ्रांस, जर्मनी, तुर्की, पाकिस्तान, अल्जीरिया, इंडोनेशिया, लीबिया, मलेशिया और ब्रुनेई के वरिष्ठ राजनयिक और परामर्शदाता भी शामिल हुए.
इस अवसर पर कई प्रमुख भारतीय हस्तियों ने भाग लिया, जिनमें धर्म संसद के संस्थापक गोस्वामी सुशील महाराज, अखिल भारतीय ईसाई परिषद के महासचिव डॉ. जॉन दयाल और मानवाधिकार कार्यकर्ता रवि नायर शामिल थे. जमीयत अहले हदीस के अध्यक्ष मौलाना असगर अली इमाम मेहदी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के महासचिव मौलाना मोहम्मद फज़लुर रहीम मुजद्दिदी भी मौजूद थे.
बॉम्बे और इलाहाबाद उच्च न्यायालयों के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अभय थिप्से, सुप्रीम कोर्ट के वकील हुज़ैफा अहमदी, संजय हेगड़े, फुज़ैल अहमद अयूबी, एमआर शमशाद और वकील शाहरुख आलम ने भी कार्यक्रम में भाग लिया.
उल्लेखनीय हस्तियों में भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस.वाई. क़ुरैशी भी शामिल रहे. पूर्व राजदूत और पूर्व विदेश सचिव प्रो. मुचकुंद दुबे, लेखिका और पत्रकार फराह नकवी, प्रो. अपूर्वानंद झा, प्रो. प्रदीप माथुर, कार्यकर्ता रोमा मलिक, सांसद जावेद अली खान, दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप विधायक राजेंद्र पाल गौतम, विधायक हाजी यूनुस और पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी भी ईद मिलन कार्यक्रम में शामिल रहे.
इस कार्यक्रम में गौतम लाहिड़ी (अध्यक्ष, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया), जय शंकर गुप्ता (प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया), बिन्नी यादव (महिला प्रेस कॉर्प्स), विनय कुमार (पूर्व महासचिव, पीसीआई), शिवाजी सरकार, सतीश मिश्रा, आदित्य मेनन (द क्विंट), मोहुआ चटर्जी (टाइम्स ऑफ इंडिया), मनन के. (डीएनए), धीरेंद्र झा (कारवां), प्रशांत टंडन, अनिल चमरिया, श्रुति शर्मा, मारूफ रजा जैसे दिग्गज पत्रकार भी शामिल हुए.
अन्य अतिथियों में वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. एसक्यूआर इलियास, पूर्व नौकरशाह हसीब अहमद, प्रोफेसर अख्तरुल वासे, लेखक फिरोज़ बख्त अहमद, डॉ. ज़फर महमूद, मासूम मुरादाबादी, डॉ. तस्लीम रहमानी और ब्रह्मा कुमारी आश्रम की महिला प्रतिनिधि शामिल थीं.
इस कार्यक्रम में जेआईएच के उपाध्यक्ष प्रोफेसर सलीम इंजीनियर, मौलाना वलीउल्लाह सईदी फलाही, मलिक मोतसिम खान और जेआईएच महासचिव टी. आरिफ अली और राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद शफी मदनी, मोहम्मद अहमद और कई अन्य लोगों ने भाग लिया.