अखिलेश त्रिपाठी
लखनऊ | यूपी के डिप्टी सीएम एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि कल यानी 27 दिसम्बर को पूरे यूपी में कोरोना को देखते हुए राज्य के सभी मेडिकल कालेजों और चिकित्सालयों में मॉक ड्रिल किया जाएगा।
हालांकि, हकीकत इसके उलट है। वेंटिलेटर खराब पड़े हुए हैं और कोरोना जांच के उपकरण गायब हैं। उदाहरण के लिए अकेले रायबरेली जिले में कोविड-19 में बने रेल कोच कारखाना, लालगंज, रायबरेली में वेंटिलेटर खराब पड़े हैं।
इसी जिले में करोड़ों रुपए खर्च कर कोरोना की जांच के लिए खरीदे गए उपकरण लापता हैं। इस तरह से मॉक ड्रिल होने जा रही है यानी आधी-अधूरी व्यवस्था से मॉक ड्रिल करके योगी आदित्यनाथ की सरकार जनता से झूठ बोलने का काम कर रही है।