https://www.xxzza1.com
Monday, April 29, 2024
Home देश अयोध्या: BJP के पक्ष में उतरा राम मंदिर ट्रस्ट, RSS और विहिप...

अयोध्या: BJP के पक्ष में उतरा राम मंदिर ट्रस्ट, RSS और विहिप वोटरों को बांट रहे मिट्टी व प्रसाद

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो

लखनऊ | उतर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अयोध्या में भाजपा को जिताने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट चुनावी मैदान में कूद पड़ा है। राम मंदिर ट्रस्ट के जरिए वोटरों को लुभाने के लिए आरएसएस और विहिप प्रसाद और रज (मिट्टी) बांट रहे हैं। भाजपा की संभावित हार को देखकर राम मंदिर ट्रस्ट को यह महसूस हो रहा है कि अयोध्या में भाजपा विधानसभा चुनाव हार सकती है, इसलिए वह भाजपा को जिताने के लिए चुनावी मैदान में उतर आया है।

राम मंदिर ट्रस्ट में चंदे की रकम में जिस प्रकार घोटाला किया गया है और आम जन मानस को इस घोटाले की जानकारी हुई है, उससे राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल लोग बहुत ही डरे हुए हैं। इनको लग रहा है कि विधानसभा चुनाव में अयोध्या में भाजपा हार सकती है। भाजपा के हारने पर राम मंदिर ट्रस्ट के लोगों के खिलाफ नई सरकार जांच बैठाकर, उनको दंडित करने का काम करेगी। इसीलिए राम मंदिर ट्रस्ट अयोध्या में भाजपा को जिताने के लिए चुनावी मैदान में आ गया है।

राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से यह प्रयास किया जा रहा है कि अयोध्या में शत-प्रतिशत मतदान हो, क्योंकि ट्रस्ट की सोच है कि अधिक मतदान होने से अयोध्या में भाजपा उम्मीदवार जीत हासिल कर सकता है। राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से यह प्रचार किया जा रहा है कि जिस तरह 500 सालों का सपना भाजपा सरकार में पूरा हुआ है, उसी प्रकार पुनः भाजपा की सरकार बनवाने के लिए लोग (मतदाता) बढ़-चढ़कर भाजपा के पक्ष में मतदान करें और भाजपा की फिर एक बार राज्य में सरकार बनवाएं। अगर भाजपा नहीं जीतेगी, तो नई सरकार राम मंदिर का निर्माण रोक देगी।

राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से इस प्रकार की बात कहकर मतदाताओं को भाजपा के पाले में लाने और भाजपा को जिताने का काम किया जा रहा है। जबकि राम मंदिर ट्रस्ट इस प्रकार की बात कहकर सरेआम झूठ बोलने का काम कर रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट मतदाताओं से 500 साल बाद राम मंदिर बनाने के मौके आने की बात कह रहा है, किंतु वह सच नहीं बोल रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट क्या यह बता सकता है कि 500 साल पहले भाजपा थी या भाजपा ने 500 साल पहले राम मंदिर बनवाने का प्रयास किया था?भाजपा के पास इस सवाल का जवाब नहीं है।

इसके साथ ही राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा यह कहा जाना सरासर गलत है कि भाजपा राम मंदिर का निर्माण करवा रही है, क्योंकि राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है। भाजपा को सत्ता दिलाने के लिए राम मंदिर के नाम पर मतदाताओं से झूठ बोला जा रहा है।

अयोध्या में भाजपा की हार की नौबत क्यों आई, इस तरफ किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। अयोध्या में भाजपा की हार होने का मुख्य कारण भाजपा द्वारा ऐसे अयोध्या का विकास किया जाना है, जिसमें आम आदमी को विकास के नाम पर उजाड़ दिया गया है। लोगों के घरों को विकास के नाम पर गिरा दिया गया है और उन्हें रहने के लिए न तो नए आवास बनाकर दिया गया है और न ही उनको कोई मुआवजा दिया गया है।

अयोध्या के विकास के नक्शे में कुछ चुनिंदा लोगों का विकास हुआ है और आम आदमी को विकास का कोई लाभ नहीं मिला है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या का हर महीने कई-कई बार दौरा कर यहां से विधानसभा चुनाव लड़ने का सपना देख रहे थे, वह भी पूरा नहीं हुआ है। अयोध्या में भाजपा ने वेद प्रकाश गुप्ता को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया है। इनके सामने सपा ने पवन पांडेय को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। चूंकि अयोध्या में आम आदमी को कोई विकास का फायदा नहीं हुआ है और उनके बसे-बसाए घरों को उजाड़ कर बेघर कर दिया गया है। इसलिए यहां के मतदाताओं में भाजपा के प्रति गहरी नाराजगी है। इन्हीं सब कारणों के चलते अयोध्या में भाजपा राजनीतिक अखाड़े में उतरने के पहले ही पिछड़ रही है। भाजपा के चुनावी मैदान में पिछड़ने को राम मंदिर ट्रस्ट ने भांप लिया है, इसीलिए वह भाजपा को जिताने के लिए चुनावी मैदान कूद पड़ा है।

राम मंदिर ट्रस्ट के इशारे पर आरएसएस और विहिप के कार्यकर्ता अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर राम मंदिर का प्रसाद और रज यानि बनने वाले राम मंदिर की मिट्टी मतदाताओं को बांट रहे हैं और उनसे भाजपा को वोट देने की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ मतदाताओं को यह भी बताने से नहीं चूक रहे हैं कि अयोध्या में भाजपा राम मंदिर का निर्माण करवा रही है और यह मौका 500 साल के बाद आया है। अगर भाजपा हार गई, तो राम मंदिर का निर्माण नई सरकार रोक देगी। इसलिए राम मंदिर बनाने के लिए भाजपा का जीतना जरूरी है।

आरएसएस और विहिप के कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रसाद के साथ एक छोटी सी डिब्बी में रज (मिट्टी) मतदाताओं को दे रहे हैं और उनकी भावनाओं को कुरेद कर उन्हें भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए कह रहे हैं। आरएसएस के अवध प्रांत के प्रचारक मनोज कुमार कहते हैं कि, “प्रभु श्रीराम का इतने सालों के इंतजार के बाद मंदिर बनने जा रहा है, तो स्वाभाविक रूप से हर राम भक्तों के मन में यह इच्छा होती है कि रज (राम मंदिर की मिट्टी) हमारे घर भी आए। हम अपने वरिष्ठ लोगों और संतो के कहने पर यह प्रसाद और रज घर -घर पहुंचा रहे हैं, जिससे लोगों को आनन्द की अनुभूति हो। उन्हें लगे कि हमारा मंदिर बन रहा है” उनसे यह कहने पर कि विधानसभा चुनाव के समय ही मतदाताओं को प्रसाद और रज पहुंचाने का समय क्यों आपने चुना है, इस पर वह कोई जवाब नहीं देते हैं और जवाब देने से बचते हैं।

राम मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र का इस संबंध में कहना है कि, “हमारे कार्यकर्ता घर-घर जाकर शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए मतदाताओं को प्रेरित कर रहे हैं और कह रहे हैं कि 27 फरवरी को मतदान करने के लिए जरूर जाएं। इसके साथ ही हमारे कार्यकर्ता लोगों को एक जागरूकता पत्रक दे रहे हैं, जिसमें शत-प्रतिशत मतदान करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही भगवान राम का प्रसाद और एक छोटी सी डिबिया में रज (राम मंदिर निर्माण की मिट्टी) दी जा रही है। शत -प्रतिशत मतदान होगा, तो देश का फायदा होगा, क्योंकि लोगों की सोच के अनुरुप उनके अपने लोग जीतेंगे और उनकी अपनी सरकार बनेगी। इससे राम मंदिर के निर्माण में कोई बाधा नहीं आएगी। राम मंदिर का सपना सबका है, जन-जन का सपना है।”

राम मंदिर का प्रसाद और रज की डिब्बी राम मंदिर ट्रस्ट आरएसएस और विहिप को उपलब्ध कराने का काम कर रहा है। आरएसएस और विहिप के कार्यकर्ता अयोध्या के आसपास के जिलों अंबेडकर नगर, गोंडा, बलरामपुर, बहराईच, श्रावस्ती, बस्ती, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, बाराबंकी में भी प्रसाद और रज को मतदाताओं के बीच बांटकर राम मंदिर के नाम पर उनकी भावनाओं को भड़का कर भाजपा के पक्ष में वोट डालने का माहौल बनाने में जुटे हुए हैं।

इन जिलों में पिछड़े और दलित मतदाताओं की संख्या काफी है और यह सपा गठबंधन के साथ जाते दिख रहे हैं। इसीलिए भाजपा इन मतदाताओं को राम मंदिर के नाम पर अपने साथ लाने का अंतिम प्रयास कर रही है, जिससे भाजपा की चुनावी नैय्या पार लग जाए। इसमें भाजपा को कितनी सफलता मिलती है, यह तो आने वाले वक्त पर निर्भर है।

- Advertisement -
- Advertisement -

Stay Connected

16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe

Must Read

एक बार फिर भाजपा का सांप्रदायिक और विघटनकारी एजेंडा

-राम पुनियानी बहुसंख्यकवादी राष्ट्रवाद हमेशा से चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सांप्रदायिक विघटनकारी एजेंडा और नफरत...
- Advertisement -

सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने दिया जाँच का निर्देश

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आचार संहिता उल्लंघन करने के...

“अबकी बार, 400 पार” का नारा क्या बीजेपी द्वारा भारत का संविधान बदलने का छिपा एजेंडा है?

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो नई दिल्ली | देश का संविधान बदलने का छिपा एजेंडा उजागर होने पर भाजपा...

वेलफेयर पार्टी (WPI) ने पीएम मोदी के भाषणों और चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

इंडिया टुमारो नई दिल्ली | वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया (डब्ल्यूपीआई) ने दो दिन पहले राजस्थान के बांसवाड़ा जिले...

Related News

एक बार फिर भाजपा का सांप्रदायिक और विघटनकारी एजेंडा

-राम पुनियानी बहुसंख्यकवादी राष्ट्रवाद हमेशा से चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सांप्रदायिक विघटनकारी एजेंडा और नफरत...

सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन, चुनाव आयोग ने दिया जाँच का निर्देश

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आचार संहिता उल्लंघन करने के...

“अबकी बार, 400 पार” का नारा क्या बीजेपी द्वारा भारत का संविधान बदलने का छिपा एजेंडा है?

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो नई दिल्ली | देश का संविधान बदलने का छिपा एजेंडा उजागर होने पर भाजपा...

वेलफेयर पार्टी (WPI) ने पीएम मोदी के भाषणों और चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

इंडिया टुमारो नई दिल्ली | वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया (डब्ल्यूपीआई) ने दो दिन पहले राजस्थान के बांसवाड़ा जिले...

इलाहाबाद हाईकोर्ट की सख़्त टिप्पणी, कहा- ‘जिला अदालतें आम लोगों का भरोसा खो रहीं’

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो लखनऊ | इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जिला अदालतों की कार्य प्रणाली पर कड़ी टिप्पणी करते...
- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here