इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | भारत के पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में मुसलमानों की मस्जिदों, घरों और दुकानों पर हमले की घटना को लेकर शुक्रवार को देशभर में प्रदर्शन हुआ जिसमें पंजाब में भी लोगों ने प्रदर्शन किया. पंजाब के लुधियाना की जामा मस्जिद के बाहर जुमे की नमाज़ के बाहर प्रदर्शन किया गया और त्रिपुरा सरकार के पुतले जलाए गए.
शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने त्रिपुरा में हुए हमले पर मीडिया से बात करते हुए इसे देश के लिए शर्म की बात कहा. इस मामले में केंद्र और त्रिपुरा राज्य सरकार की खामोशी को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई.
पिछले एक हफ्ते त्रिपुरा में हुए कई मस्जिदों पर हमलों का विरोध करते हुए ऐतिहासिक जामा मस्जिद लुधियाना के बाहर बड़ी संख्या में लोगों ने त्रिपुरा सरकार का पुतला फूंका.
इस प्रदर्शन में शामिल शाही इमाम पंजाब मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि देश में फिरकापरस्त ताकतें सियासी फायदे के लिए साम्प्रदायिक माहौल पैदा करना चाहते हैं.
शाही इमाम पंजाब ने कहा कि, “भारतीय मुसलमान हमेशा सच्चाई का साथ दिया है. पिछले दिनों जब कश्मीर, पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू-सिख भाइयों के साथ जुल्म हुआ तो मुसलमानों ने इसकी निंदा की और इसे इस्लाम के विरुद्ध बताया. लेकिन त्रिपुरा में बांग्लादेश में हुई हिंसा को बहाना बना कर मस्जिदों पर किए जा रहे हमले अफसोसनाक और देश के लिए शर्म की बात है.”
शाही इमाम ने कहा कि, “देश का नेशनल मीडिया इस मामले में ऐसे खामोश है कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं है. उन्होंने कहा कि आज जो लोग धर्म के नाम पर हिंसा का खामोश रहकर समर्थन कर रहे हैं वो याद रखें कि शरारती तत्व और आतंकी किसी के मित्र नहीं होते, वह समय के साथ अपने स्वार्थों के लिए किसी को भी निशाना बना सकते हैं.”
उन्होंने कहा कि, “त्रिपुरा सरकार खामोशी से तमाशा देख रही है मगर यह उनके लिए शर्म की बात है कि सरकार दंगाइयों पर काबू नहीं कर पा रही.”
शाही इमाम ने कहा कि, “अब तो सरकारों को ज्ञापन देते हुए भी शर्म आती है कि क्योंकि सत्ता में बैठे लोग फिरक़ापरस्ती का चश्मा पहन चुके हैं. लेकिन फिर भी हम देश भर में पूरी ताकत के साथ सच की आवाज़ उठाते रहेंगे.”
मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी, शाही इमाम पंजाब ने भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद से अपील करते हुए कहा कि त्रिपुरा में हुई हिंसा के मामले में दोषियों पर कार्रवाई की जाए और शांति स्थापित करने को सुनिश्चित किया जाए.