इंडिया टुमारो
मुंबई, 8 नवंबर | रायगढ़ पुलिस ने रविवार को रिपब्लिक टीवी के प्रबंध निदेशक और मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी को कथित तौर पर हिरासत में फोन का इस्तेमाल करने के कारण उन्हें तलोजा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया. उन्हें अलीबाग स्कूल में अस्थायी रूप से रखा गया था.
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार रागढ़ जिले के अलीबाग जेल के लिए कोविड-19 केंद्र के तौर पर निर्धारित एक स्थानीय स्कूल में न्यायिक हिरासत के दौरान उन्हें कथित तौर पर फोन का इस्तेमाल करते हुए पाया गया, जिसके बाद उन्हें तलोजा जेल में स्थानांतरित कर दिया गया.
गोस्वामी को 4 नवंबर को गिरफ्तारी के बाद से स्कूल परिसर में रखा गया था, क्योंकि इस स्कूल को कैदियों के लिए कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.
उन्हें अलीबाग कोर्ट की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुनैना पिंगले ने 18 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
अर्नब की पत्नी सम्यब्रता रे गोस्वामी ने दावा किया कि उनके पति को आज सुबह तलोजा जेल ले जाने के दौरान महाराष्ट्र पुलिस द्वारा एक ब्लैक आउट पुलिस वैन में घसीटते हुए ले जाया गया.
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पति ने बार-बार कहा कि उनकी जान को खतरा है. उन्होंने कहा कि जब वकीलों से मिलने की मांग की तो उनके साथ मारपीट की गई और मिलने से मना कर दिया गया.
विपक्षी, भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष किरीट सोमैया जेल पहुंचे और गोस्वामी की उचित देखभाल और सुरक्षा की मांग की.
गोस्वामी को बुधवार तड़के 5 मई 2018 को अलीबाग में एक आर्किटेक्ट अन्वय नाइक और उसकी मां कुमुद नाइक की दोहरी आत्महत्या के मामले में मुंबई पुलिस और रायगढ़ पुलिस की एक टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
एक सुसाइड नोट में नाइक ने गोस्वामी और दो अन्य लोगों फिरोज शेख और नितेश सारदा का नाम लिया था, जिन्होंने कथित रूप से व्यावसायिक सेवाओं के बाद 5 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया नहीं चुकाया था।
अपराध शाखा ने गोस्वामी को किसी अन्य के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया पर सक्रिय पाया. चार नवम्बर को हिरासत में लेते समय पुलिस ने उनके निजी मोबाइल फोन को जब्त कर लिया.