इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के छिकहरा गांव के प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक ने स्टाफ के लिए रखे घड़े से पानी पीने पर दलित छात्रा की कथित तौर पर पिटाई कर दी और जातिसूचक शब्द कहे. आरोप है कि दलित छात्रा के पिता ने जब स्कूल पहुँच कर आपत्ति जताई तो शिक्षक ने उसके साथ भी अभद्रता की.
रिपोर्ट के अनुसार इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
महोबा के छिकहरा गांव की रहने वाली बच्ची एक बेसिक स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है. छात्रा के अनुसार, “स्कूल में शिक्षकों और छात्रों के पानी पीने के लिए घड़े रखे गए हैं. शनिवार को छात्रों के लिए रखा गया घड़ा खाली था, तो उसने शिक्षकों के घड़े से पानी पी लिया जिससे नाराज़ होकर सहायक शिक्षक कल्याण सिंह ने उसके साथ मारपीट की.”
एससी, एसटी व ओबीसी संगठनों के महासंघ ने इस घटना पर नाराज़गी जताते हुए महोबा पुलिस दोषी शिक्षक पर कारवाई करने की मांग की है.
आरोप है कि, “दलित छात्रा द्वारा पानी पीने पर आरोपी टीचर ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया, डांटा और पिटाई की. दलित छात्रा रोती हुई घर पहुंची और अपने पिता को घटना से अवगत कराया. दलित छात्रा के पिता रमेश कुमार ने स्कूल जाकर घड़े से पानी पीने पर पिटाई किए जाने को लेकर सवाल किया तो आरोपी टीचर उससे भी अभद्रता की.”
इस मामले में अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) जितेंद्र सिंह ने अतिरिक्त बेसिक शिक्षा अधिकारी को घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है.
महोबा पुलिस ने इस मामले में कहा है कि, “प्रकरण के सम्बंध में सम्बंधित प्रशासनिक/पुलिस अधिकारियों को संज्ञानित कराते हुवे जांच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया जा चुका है.”
घटना की जानकारी होने पर लड़की के परिजन व ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय के बाहर विरोध जताया.
आरोप है कि तब भी संबंधित शिक्षक ने छात्रा के पिता के साथ भी जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
अपर बीएसए गौरव शुक्ला ने रविवार को बताया कि स्कूल में शिक्षक और छात्र के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. लड़की ने कहा कि उसके साथ पहले कभी भेदभाव नहीं किया गया.
आरोपी शिक्षिक का कहना है उसने घड़े में हाथ डालने को लेकर डांटा था लेकिन छात्रा की पिटाई नहीं की थी. फिलहाल जांच रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी.