स्टाफ रिपोर्टर | इंडिया टुमारो
लखनऊ | पूर्व आईपीएस और वर्तमान में आज़ाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए यूपी के डीजीपी और एडीजी को हटाए जाने की मांग की है.
अमिताभ ठाकुर ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा है कि, उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी, एसटीएफ अमिताभ यश को तत्काल हटाया जाए, इनके रहते लोकसभा चुनाव निष्पक्ष होना संभव नहीं है.
अपने पत्र में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए केवल प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद को हटाना काफी नहीं है, बल्कि डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार और एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश को भी तत्काल हटाया जाना ज़रूरी है.
अमिताभ ठाकुर ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाते हुए कहा है कि, “यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी, एसटीएफ अमिताभ यश को तत्काल हटाया जाए, क्योंकि यह दोनों अफसर पूरी तरह से मौजूदा सरकार के हथियार की तरह काम कर रहे हैं और एक लम्बे समय से सरकार के इशारों पर हर प्रकार के काम कर रहे हैं.”
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि, “इन दोनों अफसरों ने उत्तर प्रदेश में पुलिसिया राज क़ायम करने
और विपक्षियों के खिलाफ कार्रवाई करने में प्रमुख भूमिका निभाई है. इन दोनों के रहते यहाँ निष्पक्ष लोकसभा चुनाव होना संभव नहीं है.”
उन्होंने कहा है कि, “मेरा मानना है कि उत्तर प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव के लिए केवल प्रमुख सचिव ग्रह संजय प्रसाद का हटाना काफी नहीं है बल्कि डीजीपी यूपी प्रशांत कुमार और एडीजी, एसटीएफ अमिताभ को भी तत्काल हटाया जाना आवश्यक है. इसलिए हमने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर तत्काल इनको इनके पद से हटाए जाने की मांग की है।”
गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान होने के बाद देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव आयोग के अनुसार देश भर में 7 चरणों में चुनाव होने हैं और 4 जून को आगामी लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे.
अमिताभ ठाकुर ने पत्र के माध्यम से यूपी सरकार और प्रशासन पर कई सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि यूपी पुलिस द्वारा अब तक सिपाही भर्ती और आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक के संबंध में जो तथ्य सामने आए हैं, उनसे स्पष्ट होता है कि ये दोनों मामले पूर्व में टीईटी लेखपाल, यूपीएसआई भर्ती पेपर लीक के मामलों से सीधे-सीधे जुड़े हुए हैं.
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि, “पेपर लीक के सभी मामलों के तार प्रयागराज और उसके आसपास से जुड़े हैं. सभी मामले उच्च स्तर पर सत्ता संरक्षित दिख रहे हैं.”
अमिताभ ठाकुर ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश पुलिस पेपर लीक मामलों में अब तक गिरफ्तार लोगों को ही असल मास्टरमाइंड बताकर मामले को रफा दफा करते हुए असल मास्टरमाइंड को बचाना चाहती है.
उन्होंने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए यूपी सरकार को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इन सभी मामलों की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
(अखिलेश त्रिपाठी के इनपुट के साथ)