इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | कर्नाटक के हिंदू, मुस्लिम और ईसाई फ्रेंड्स फोरम ने शनिवार को विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. फोरम ने फिल्म पर देश में सांप्रदायिकता फैलाने का आरोप भी लगाया है.
फोरम ने राष्ट्रपति को तुरंत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है और द कश्मीर फाइल्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
कर्नाटक के इस फोरम के सदस्य अशफाक कुमाताकर ने कहा है कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स के ज़रिए हिंदुओं को अल्पसंख्यकों के खिलाफ भड़काने की कोशिश की जा रही है.
फोरम के कुमाताकर ने यह भी कहा है कि, द कश्मीर फाइल्स छोटे बच्चों में नफरत फैला रही है. भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इस देश के प्रत्येक नागरिक को जाति, पंथ और धर्म की भावनाओं में सामंजस्य बनाकर रहना है.
कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने कहा है कि यह निर्देशक की अपनी धारणा है. मैंने फिल्म नहीं देखी है. मैं नहीं कहता कि कश्मीर की घटनाएं झूठी हैं. लेकिन, फिल्म किसी की कल्पना पर आधारित है. गोधरा हत्याकांड पर कोई सिनेमा क्यों नहीं है? उस पर भी फिल्म बननी चाहिए. मगर चिंता यह है कि देश में कोई सांप्रदायिक हिंसा नहीं होनी चाहिए.
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, उस समय सरकारों को कार्रवाई करनी चाहिए थी और इस बात पर भी चर्चा होनी चाहिए कि जब कश्मीर से पलायन हुआ था उस समय कौन सत्ता में था.