इंडिया टुमारो
लखनऊ | अलीगढ़ के अकराबाद ब्लाॅक में आने वाले कई गांव में लोगों ने सड़कों की बदहाली से परेशान होकर ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के पोस्टर लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया और लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने को कहा.
ग्रामीण बदहाल सड़कों से परेशान होकर इस प्रकार के विरोध प्रदर्शन के लिए मजबूर हुए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीणों का आरोप है कि लंबे समय से यहां की सड़क खराब पड़ी हुई है. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की समस्या के चलते गांव के युवाओं की शादी नहीं हो पा रही है.
मीडिया से बात करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि, बरसात के मौसम में सड़क तालाब बन जाती है जिसके कारण अक्सर कोई न कोई हादसा हो जाता है. उन्होंने कहा कि, कई बार अधिकारियों से सड़क निर्माण कराने की मांग की गई, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया.
इसी प्रकार जिले की तहसील खैर के गांव लालगढ़ी में बिजली पानी, सड़क समेत अन्य कई समस्याओं से ग्रामीण नाराज़ हैं और उन्होंने एकजुट होकर मतदान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने की घोषणा की है.
रिपोर्ट के अनुसार, नाराज़ ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले 6 महीने से गांव के अंदर बिजली का पोल जला पड़ा है. आरोप है कि बिजली विभाग के कर्मचारी गांव के अंदर बिजली की समस्या को दूर करने के लिए ग्रामीणों से शराब के 500 या 200 रुपये लेने के बाद ही काम किया जाता हैं.
ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों के इस बर्ताव पर नाराज़गी जताई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि जिन ग्रामीणों के घरों में बिजली के कनेक्शन नहीं है, उन ग्रामीणों के घरों पर बिजली के बिल आ रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तहसील खैर क्षेत्र के गांव लालगढ़ी में मतदान का बहिष्कार किए जाने के दौरान गुस्साए ग्रामीण कर्मवीर सिंह ने मोदी और योगी के 10 साल की उपलब्धिया गिनाते हुए बताया कि उनके गांव में बिजली की सबसे बड़ी समस्या को 10 वर्षाे में भी दूर नहीं किया गया है.
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्याओं का कोई हल पिछले 10 वर्षों में भी नहीं निकल सका.
अपनी पीड़ा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि, गांव की सड़कें, रास्ते टूट कर पूरी तरह से बदहाल हालत में पड़े हुए हैं और सरकारी नलकूप भी आधे से ज्यादा खराब पड़े हुए होने के साथ ही 10 प्रतिशत बिजली के मीटर भी खराब पड़े हैं.
न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अब ग्रामीणों ने तीसरे चरण के मतदान से दो दिन पूर्व ही कई गांवों में ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के पोस्टर लगाकर प्रदर्शन किया और चुनाव बहिष्कार की बात कही है.