भारत की एक माँ, फातिमा नफीस पिछले पांच सालों से JNU से लापता अपने बेटे नजीब अहमद को तलाश रही है जिसे यूपी के एक छोटे से शहर बदायूँ से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए बड़े अरमान के साथ दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में भेजा था.
ABVP से जुड़े छात्रों पर नजीब के लापता होने से पहले उसे मारने-पीटने का आरोप लगा था. पिछले पांच सालों में सड़क से संसद तक और विश्वविद्यालय से न्यायालय तक ख़ाक छानने के बाद भी उस माँ को उसका बेटा नहीं मिला.
दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियां आरोपियों को तलाश कर पाने में नाकाम रहीं. नजीब की माँ फातिमा नफीस को आज भी अपने बेटे का इंतज़ार है. उस माँ को यक़ीन है कि एक दिन उसका बेटा उसे ज़रूर मिलेगा. लेकिन उन्हें ये यक़ीन न्यायालय पर नहीं बल्कि अपनी ममता पर है.