इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | बिहार की राजधानी पटना में रविवार को विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन की गांधी मैदान में जनविश्वास महारैली आयोजित हुई जिसमें विपक्ष ने लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंका. चुनाव से पूर्व हुई इस रैली में एतिहासिक भीड़ जमा हुई जिसे विपक्ष की सफलता के रूप में देखा जा रहा है.
INDIA गठबंधन की इस जनविश्वास महारैली में विपक्ष के सभी दिग्गज नेता उपस्थित हुए और केंद्र सरकार को उखाड़ भेंकने का सकल्प लिया. रैली को सभी विपक्षी नेताओं ने संबोधित किया.
गाँधी मैदान में आयोजित इस जनविश्वास महारैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव समेत कई दलों के नेता शामिल हुए.
INDIA गठबंधन के नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, सीपीआई-एम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा और सीपीआई-एमएल के दीपांकर भट्टाचार्य पटना के गांधी मैदान में विपक्षी एकता के साक्षी बने.
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को बीच में रोककर राहुल गांधी इस रैली में भाग लेने मध्य प्रदेश से पटना पहुंचे और रैली को संबोधित किया. रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह “केवल दो-तीन बहुत अमीर लोगों के लिए काम कर रही है और दलितों और पिछड़े वर्गों की उपेक्षा कर रही है जिनकी आबादी देश की कुल जनसंख्या का 73 प्रतिशत है.”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लालू प्रसाद यादव के पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की सराहना करते हुए कहा, “आपके चाचा (मुख्यमंत्री नीतीश कुमार) ने एक बार फिर पाला बदल लिया है. वह दोबारा ऐसा कर सकते हैं. लेकिन आगे से उन्हें स्वीकार मत करना.”
रैली में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में रहने के 17 महीने के छोटे से कार्यकाल के दौरान, जेडी-यू-आरजेडी-कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने युवाओं को 3 लाख सरकारी नौकरियां दीं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘हम किसी चीज़ से नहीं डरते. भाजपा चुनी हुई सरकारों को गिराने की कोशिश करती है और झूठे भ्रष्टाचार के मामलों के साथ विपक्षी दलों को निशाना बनाती है.’
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने रैली को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हाल में पाला बदलने की आलोचना की. उन्होंने भीड़ से “आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने” को कहा.
लालू यादव ने कहा, “मैं आपका मनोबल बढ़ाने के लिए वहां मौजूद रहूंगा. आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को केंद्र की सत्ता से बाहर करने के लिए वोट करें.”
आरजेडी अध्यक्ष ने 2017 में नीतीश कुमार के पाला बदलने की बात करते हुए लालू यादव ने कहा, “मैंने तब नीतीश कुमार को कोई गाली नहीं दी थी, केवल उन्हें “पलटूराम” कहा था. यह लेबल उनके अपने कार्यों के आधार पर उनके व्यक्तित्व से चिपक गया है. मैं सोशल मीडिया पर उनके बारे में मजेदार वीडियो देखता हूं और सोच रहा हूं कि क्या ये उन्हें शर्मिंदा नहीं करते हैं.”
लालू यादव ने राजनीति में परिवारवाद की आलोचना करने के लिए प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा, “अगर नरेन्द्र मोदी के पास अपना परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं. वह राम मंदिर के बारे में डींगें मारते रहते हैं. वह सच्चे हिंदू भी नहीं हैं. हिंदू परंपरा में बेटे को अपने माता-पिता के निधन पर अपना सिर और दाढ़ी मुंडवाना चाहिए. जब उनकी मां की मृत्यु हुई तो मोदी ने ऐसा नहीं किया.”
समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि, “अगर ‘उत्तर प्रदेश 80 हराओ’ का नारा दे रहा है तो बिहार भी पीछे नहीं हैं और यहां भी ‘40 हराओ’ का नारा है. अगर उत्तर प्रदेश और बिहार ने ठान लिया तो इनका सूपड़ा साफ हो जाएगा. एक तरफ संविधान के रक्षक हैं, दूसरी तरफ संविधान के भक्षक हैं.”
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने रैली को संबोधित करते हुए गांधी मैदान को बिहार की राजनीति का परिवर्तन स्थल बताया.
भारतीय साम्यवादी पार्टी (सीपीआई) के डी. राजा और भाकपा माले के दीपांकर भट्टाचार्य जैसे वामपंथी नेताओं ने मोदी सरकार की नीतियों की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि ये सरकार केवल बड़े व्यवसायों को लाभ पहुंचा रही है.
डी राजा ने कहा कि, मोदी ने काला धन लाने, गरीब के खाते में 15 लाख देने का वादा किया था और पूछा कि ऐसा कुछ हुआ? उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी झूठे हैं, जुमलेबाज हैं। मोदी गरीब, दलित, किसान के साथ नहीं है। मोदी अडानी और अंबानी के साथ हैं।”
उन्होंने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सरकार नहीं है, बल्कि आरएसएस की सरकार है।
भाकपा माले के दीपांकर भट्टचार्य ने कहा कि बीजेपी को अपना चिन्ह बदल कर ‘कमल’ की जगह ‘बुल्डोजर’ कर देना चाहिए.
दीपांकर भट्टचार्य ने आरोप लगाया, “यह सरकार अंबानी-अडानी के सामने कालीन की तरह बिछ जाती है लेकिन जब किसान दिल्ली आना चाहते हैं तो सड़कों पर कीलें ठोक दी जाती हैं.”
रैली में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता में रहने के 17 महीने के छोटे से कार्यकाल के दौरान, जेडी-यू-आरजेडी-कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने युवाओं को 3 लाख सरकारी नौकरियां दीं.
उन्होंने कहा कि जो पिछले 17 वर्षों में राज्य में नहीं हुआ था, उस अवधि का संदर्भ जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के समर्थन से शासन किया था.
तेजस्वी ने कहा कि ‘आपने 2019 में बिहार में एनडीए को 39/40 लोकसभा सीटें दीं. इस बार, उनसे पूछें कि उन्होंने आपके लिए क्या किया है?’