अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | 2024 के राज्यसभा चुनाव लड़ने वाले कम से कम 36% उम्मीदवार आपराधिक मामलों में आरोपी हैं और उनमें से 17% गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने यह आंकड़ा साझा किया है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, उम्मीदवारों की औसत संपत्ति, उनके द्वारा दिए गए शपथ पत्र के अनुसार 127.81 करोड़ है, जिसमें हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी शीर्ष स्थान पर हैं।
लोकतांत्रिक निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए किए गए विधायी उपायों के विपरीत, 59 राज्यसभा उम्मीदवारों में से केवल 11 महिलाएं हैं. यह संख्या उच्च सदन के लिए उम्मीदवारों की कुल संख्या का केवल 19% है.
सितंबर 2023 में संसद ने महिलाओं के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33% सीटें आरक्षित करने के लिए एक कानून पारित किया. हालांकि महिला उम्मीदवारों की संख्या वर्तमान में 19% है. नया कानून 2029 में प्रभावी होगा.
15 राज्यों की राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव 27 फरवरी को होने हैं, जबकि कुछ राज्यों में कई उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया है क्योंकि राजनीतिक दल सीटों की संख्या के अनुरूप विधानसभाओं में अपनी-अपनी ताकत के आधार पर उम्मीदवारों को मैदान में उतार रहे हैं, जहां उनकी जीत सुनिश्चित है.
राज्यसभा चुनाव में 36 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिन्हें उम्मीदवारों ने दिए गए हलफनामों में खुद घोषित किया है. इनमें से 17 प्रतिशत उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं और एक उम्मीदवार पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वाच ने 15 राज्यों की 56 सीटों के लिए चुनावी मैदान में उतरे 59 उम्मीदवारों में से 58 के हलफनामों का विश्लेषण किया है. स्कैन किए गए दस्तावेज स्पष्ट नहीं होने के कारण कर्नाटक के कांग्रेस उम्मीदवार जीसी चंद्रशेखर के हलफनामे का विश्लेषण नहीं किया जा सका.
एडीआर के विश्लेषण के अनुसार भाजपा के 30 में से 8 उम्मीदवार, कांग्रेस के 9 में से 6 उम्मीदवार, टीएमसी के 4 में से एक उम्मीदवार, समाजवादी के 3 में से 2 उम्मीदवार, वाईएसआर सीपी के 3 में से एक उम्मीदवार, राजद के 2 में से एक उम्मीदवार, बीजद के 2 में से एक उम्मीदवार और बीआरएस के एक उम्मीदवार ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
राज्यसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की विश्लेषण की गई औसत सम्पत्ति 127.81 करोड़ रुपये है. विश्लेषण में उम्मीदवारों की वित्तीय पृष्ठभूमि का भी पता लगाया गया. लगभग 21 प्रतिशत उम्मीदवार अरबपति हैं, जिनकी सम्पत्ति 100 करोड़ रुपये से अधिक है.
इनमें से हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की कुल सम्पत्ति 1,872 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार जया अमिताभ बच्चन की सम्पत्ति 1,578 करोड़ रुपये और कर्नाटक से जनता दल सेकुलर के उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी की कुल सम्पत्ति 871 करोड़ रुपये है.
इसके अलावा राज्यसभा उम्मीदवारों में सबसे कम सम्पत्ति वाले उम्मीदवारों में मध्य प्रदेश के भाजपा उम्मीदवार बालयोगी उमेश नाथ हैं, जिनके पास कुल सम्पत्ति 47 लाख रुपये से अधिक है.
इसी प्रकार पश्चिम बंगाल से भाजपा उम्मीदवार समिक भट्टाचार्य की सम्पत्ति 1 करोड़ रुपये है. जबकि उत्तर प्रदेश से भाजपा उम्मीदवार संगीता की सम्पत्ति भी 1 करोड़ रुपये है.
एडीआर के अनुसार राज्यसभा यानी उच्च सदन के 79 प्रतिशत उम्मीदवारों के पास स्नात्तक या उच्च डिग्री है. 17 प्रतिशत उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता पांचवीं से लेकर 12 वीं तक है।