अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो
लखनऊ | यूपी से भाजपा के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। यूपी में देवरिया के भाजपा सांसद रमापति राम त्रिपाठी को एम पी-एमएलए कोर्ट ने 1 साल की सज़ा सुनाई है और उनके ऊपर 2300 रुपए का जुर्माना भी लगाया है। एम पी -एमएलए कोर्ट से सज़ा सुनाए जाने के बाद अब उनकी लोकसभा सदस्यता भी जा सकती है।
रमापति राम त्रिपाठी के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता और गोरखपुर के पूर्व पार्टी जिलाध्यक्ष संतराज यादव को भी एक साल की सज़ा सुनाई गई है। रमापति राम त्रिपाठी और संतराज यादव को जिस मामले में यह सज़ा सुनाई गई है, वह मामला 29 साल पहले दर्ज किया गया था।
1994 में में दर्ज किए गए मुकदमें में रमापति राम त्रिपाठी और संतराज यादव के ऊपर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों पर हमला किया था और पुलिस इंस्पेक्टर की रिवाल्वर छीनने की कोशिश की थी।
इनके खिलाफ दर्ज मामले में लगाए गए आरोप के मुताबिक 16 जुलाई 1994 को भाजपा नेता रमापति राम त्रिपाठी ने पार्टी समर्थकों के साथ ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों के साथ हाथापाई की थी और नौसढ़ चौराहे पर यातायात अवरुद्ध कर दिया था। इस मामले में तत्कालीन पुलिस निरीक्षक शिवमंगल सिंह ने रमापति राम त्रिपाठी और संतराज यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
इसमें यह आरोप लगाया गया था कि तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी के काफिले के नौसढ़ से गुजरने के बाद मरवरिया गांव के पास हुई कुछ घटनाओं के बाद कुछ भाजपा नेताओं ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया था। पुलिस निरीक्षक शिवमंगल सिंह उस समय ड्यूटी पर थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस घटना में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया और कर्तव्यों के निर्वहन में बाधाएं पैदा की गईं।
यह 29 साल पुराना मामला लंबे अरसे से अदालत में चल रहा था। 13 जुलाई 2023 को इस मामले की सुनवाई करते हुए एम पी-एमएलए कोर्ट के जज/मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रभाष त्रिपाठी ने इस मामले पर अपना फैसला सुनाया। उन्होंने इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए रमापति राम त्रिपाठी और भाजपा के वरिष्ठ नेता संतराज यादव को एक साल की सजा सुनाई और इसके साथ ही इनके ऊपर 2300 रुपए का जुर्माना भी लगाया।
आरोपियों को सज़ा सुनाए जाने के लिए इस मामले की कोर्ट में पैरवी अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक अम्बरीष चन्द्र मल्ल ने की। सजा सुनाए जाते ही कोर्ट में भाजपा सांसद रमापति राम त्रिपाठी को और उनके समर्थकों को तगड़ा झटका लगा।
रमापति राम त्रिपाठी देवरिया से भाजपा के लोकसभा सदस्य हैं। इनको 1 साल की सजा सुनाए जाने से अब इनकी लोकसभा सदस्यता पर तलवार लटक गई है और इनकी लोकसभा सदस्यता कभी भी रद्द हो सकती है। रमापति राम त्रिपाठी देवरिया से भाजपा के लोकसभा सदस्य होने के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और यूपी भाजपा के पूर्व अध्यक्ष हैं।
रमापति राम को सजा होने से इन्हें ही नहीं बल्कि भाजपा को बड़ा झटका लगा है। यह पूर्वांचल में भाजपा के बड़े ब्राम्हण नेता हैं। इनकी लोकसभा सदस्यता रद्द होने से यह अगला चुनाव भी शायद न लड़ पाएं। इनको सजा सुनाए जाने से भाजपा में सन्नाटा पसर गया है।