इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | दिल्ली के जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही महिला पहलवान खिलाड़ियों के समर्थन में रविवार को जमात इस्लामी हिन्द, महिला विभाग का प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पहुंचा.
गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में पिछले 16 दिनों से पहलवान खिलाड़ियों का प्रदर्शन चल रहा है. खिलाड़ियों ने बृज भूषण पर कई संगीन आरोप लगाए हैं जिनमें यौन हिंसा भी शामिल है
अपनी मांगों को लेकर 23 अप्रैल से धरना दे रहे पहलवानों ने कई बार दिल्ली पुलिस पर उन्हें परेशान करने और धरना ख़त्म करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है.
बीते 3 मई को पहलवानों ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया था कि, दिल्ली पुलिस उन्हें धरना स्थल पर ज़रूरत का सामान लाने नहीं दे रही. पुलिस ने पहलवानों के लिए लाए गए ज़रूरी सामान को धरना स्थल जाने से बलपूर्वक रोका जिसके बाद माहौल गरमा गया. पहलवानों के समर्थन में पहुंचे नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को हिरासत में ले लिया गया.
इस घटना के बाद से देश के अलग अलग हिस्सों से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का समर्थन मिल रहा है और देशभर से किसान नेता, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न संगठन हर दिन जंतर मंतर अपना समर्थन देने पहुंच रहे हैं.
जमात-ए-इस्लामी हिंद के महिला विभाग के प्रतिनिधिमंडल ने भी महिला पहलवानों पर हुए अत्याचार की कड़ी निंदा की और रविवार को जंतर मंतर पहुंचकर उनके साथ एकजुटता दिखाई.
जंतर मंतर पर जमात-ए-इस्लामी हिंद के महिला विभाग की सचिव अतिया सिद्दीक़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “महिला पहलवानों के साथ हो रहे बर्ताव से पता चलता है कि आम महिलाएं और छात्राएं कितनी पीड़ा और कठिनाइयां सह रही हैं- सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला साबित हो रहा है.”
उन्होंने कहा, “जमात-ए-इस्लामी हिंद, जाति या धर्म के भेद के बिना पीड़ितों का समर्थन करता है. हम इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषी के लिए उचित सज़ा की मांग करते हैं वह चाहे वह किसी भी पार्टी का हो. हमें ऐसे किसी भी मामले में राजनीति से ऊपर उठकर सिर्फ न्याय और निष्पक्षता से फैसला करना चाहिए.”
जमात-ए-इस्लामी हिंद की राष्ट्रीय सचिव रहमतुन्निसा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जंतर मंतर, नई दिल्ली में महिला पहलवानों द्वारा जारी विरोध यह सवाल उठाता है कि क्या हमारी न्याय व्यवस्था इतनी कमज़ोर है कि उसने लड़कियों द्वारा न्याय की मांग से आंखें मूंद ली हैं? क्या ये प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ हैं? नारी शक्ति या बेटी बचाओ का नारा बेमाना दिखाई पड़ता है.”
उन्होंने कहा, “न केवल इस मामले में बल्कि हमारे देश में पूरी चयन प्रक्रिया, प्रशिक्षण और खेल गतिविधियों के संचालन की उचित जांच होनी चाहिए. इस तरह की घटनाएं एक भ्रष्ट व्यवस्था की ओर इशारा करती हैं जिनके प्रतिभाओं की कद्र करने के बजाए राजनेताओं द्वारा उनका शोषण किया जाता है.”
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के समर्थन में खाप नेता रविवार को जंतर मंतर पहुंच कर अपना समर्थन दिया.
भारतीय किसान यूनियन के नरेश टिकैत और राकेश टिकैत भी पहलवानों के समर्थन में जंतर मंतर पहुंचे.
जंतर मंतर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. साथ ही इसके आस-पास इलाकों में बैरिकेडिंग की गई है. आसपास के इलाकों से किसान लगातार जंतर मंतर पहुंच रहे जिसे देखते हुए दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा जांच और गश्त बढ़ा दी गई है.
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े हजारों किसान नेता रविवार को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जंतर मंतर पर पहलवानों को अपना समर्थन देने पहुंचे. किसान संगठन ने महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी, कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है.
किसान संगठन ने पहलवानों के समर्थन में देशव्यापी प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. खाप नेताओं की मांग है कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की जाए.
किसान संगठनों ने कहा है कि वे 11-18 मई के दौरान सभी राज्यों की राजधानियों और जिला मुख्यालय पर पहलवानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करेंगे.