इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के 16 परिसरों पर शुक्रवार को सीबीआई की अलग-अलग टीमों द्वारा छापेमारी किये जाने का मामला सामने आया है.
लालू प्रसाद यादव के 17 ठिकानों पर शुक्रवार को सुबह छापेमारी करने पहुंची टीम ने एक साथ पटना, गोपालगंज और नई दिल्ली के ठिकानों पर छापेमारी की गई.
सीबीआई टीम सबसे पहले 10 सुर्कलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर छापेमारी करने पहुंची. इसके चंद मिनटों बाद सीबीआई की टीम लालू यादव के पटना स्थित अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की.
रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई की टीम लालू यादव के ठिकानों पर पहुंची और छापेमारी शुरू कर दी. सीबीआई की टीम दिल्ली स्थित मीसा भारती के आवास पर भी पहुंची है और लालू यादव से पूछताछ करने पहुंची है.
इन छापेमारी के पीछे लालू यादव का रेलमंत्री रहते हुए लोगों को गलत तरीके से नौकरी दिलाने का कारण बताया जा रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, आरोप है कि साल 2004-2009 के बीच लालू यादव के रेलमंत्री रहते हुए लोगों को गलत तरीके से नौकरी दिलाई थी.
यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि नौकरी देने के बदले लालू यादव ने गरीबों की ज़मीन लिखवाई थी. इस मामले में दायर शिकायत में कहा गया है कि लालू यादव ने नौकरी के बदले प्राइम लोकेशन पर ज़मीने लीं हैं.
इस बीच भाजपा नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद को भ्रष्टाचार का प्रतीक बताते हुए कहा कि ‘तुम मुझे जमीन दो, मैं तुम्हें नौकरी दूंगा’ की तर्ज पर रेलमंत्री रहते भ्रष्टाचार को अंजाम दिया.