इंडिया टुमारो
सोनभद्र | उत्तर प्रदेश में अपराधियों के बेलगाम होने की ख़बर आम है जहां सबसे बड़ा सवाल महिला सुरक्षा का उठाया जाता है मगर वहीं पत्रकारों की सुरक्षा भी उत्तर प्रदेश में एक बड़ा मुद्दा है. ताज़ा मामला यूपी के सोनभद्र का है जहां एक हिन्दी दैनिक में संवाददाता रह चुके पत्रकार और उसकी पत्नी को सोनभद्र जिले के बरवाडीह गांव में बेरहमी से पीट-पीट कर मार डालने की घटना सामने आई है.
पीड़ित पत्रकार उदय पासवान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी शीतला ने मंगलवार को वाराणसी के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. घटना की वजह पुरानी रंजिश बताई जा रही है.
रिपोर्ट के अनुसार मृतक पत्रकार ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर पुलिस से मदद भी मांगी थी लेकिन कोई मदद नहीं मिल सकी. परिवार के अनुसार पुलिस से संपर्क भी किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
प्रशासन ने इस मामले में 3 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है.
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, सोनभद्र के एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बुधवार को कहा, “इस संबंध में कोन पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. 6 आरोपियों में से 5 को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, मुख्य आरोपी गांव का पूर्व प्रधान केवल पासवान फरार है, उसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.”
आरोपियों से धमकी मिलने के बाद उदय और उनकी पत्नी शीतला सोमवार सुबह कोन पुलिस स्टेशन गए थे. जब वे शाम को मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे, उन पर लाठी और डंडों से हमला किया गया। दंपति मदद के लिए पुकारते रहे लेकिन कोई आगे नहीं आया।
आरोपियों द्वारा हमले के बाद उदय की मौके पर ही मौत हो गई और पत्नी शीतला को गंभीर चोटें आईं जिसने मंगलवार की शाम दम तोड़ दिया.
सोनभद्र के एसपी श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि, “उदय के बेटे विनय पासवान की शिकायत पर पूर्व ग्राम प्रधान केवल पासवान, उनकी पत्नी कौशल्या, बेटे जितेंद्र, गब्बर, सिकंदर और उनके प्रतिनिधि एलाक आलम के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 148 और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है.”
परिवार का आरोप है कि मृतक पत्रकार ने पूर्व में लखनऊ में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में भी शिकायत की थी. मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश जारी होने के बावजूद सोनभद्र पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.