स्टाफ रिपोर्टर | इंडिया टुमारो
जयपुर | धार्मिक जन मोर्चा राजस्थान के प्रदेश समन्वयक डॉ. मुहम्मद इक़बाल सिद्दीकी ने बताया कि राजस्थान के उदयपुर शहर में एक दिल दहलाने वाली घटना घटित हुई. एक व्यक्ति की दो उन्मादी युवकों ने नृशंस हत्या कर दी और फिर उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाल दिया. यह सब उन्होंने धर्म का नाम लेकर किया जबकि धर्म के अनुसार यह घोर पाप है. धार्मिक जनमोर्चा राजस्थान से जुड़े हम सभी धार्मिक-जन उपरोक्त घटना की कड़ी निन्दा करते हैं.
धार्मिक जन मोर्चा के सदस्य स्वामी सम्पतकुमार अवधेशाचार्य गलता पीठ जयपुर, बिशप ओस्वाल्ड लुइस जयपुर धर्म प्रान्त, मुहम्मद ज़ाकिर नौमानी मुफ्ती शहर जयपुर, ज्ञानी गुरदीप सिंह गुरुद्वारा जवाहर नगर, भंते के. आनन्द बोद्ध भिक्षु, दानियाल चिश्ती खादिम दरगाह ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती अजमेर, राम राय शर्मा गायत्री परिवार जयपुर, प्रवीण भैय्या जी सरस निकुंज जयपुर, फादर विजय पाल सिंह मसीही शक्ति समिति राजस्थान, हबीबुर्रहमान नियाज़ी सज्जादा नशीन दरगाह मीर कुरबान अली जयपुर और नईम रब्बानी जमाअते इस्लामी हिन्द राजस्थान ने कहा कि हमारा मानना है कि देश में कानून का शासन है और देश संविधान से चलता है. अतः यदि किसी भी व्यक्ति को किसी दूसरे से कोई आपत्ति है तो उसके लिए न्यायालय के दरवाजे खुले हैं. इस प्रकार कानून हाथ में लेना और स्वयं ही न्यायाधीश बन कर फैसले करना किसी भी सभ्य समाज के लिए घातक है.
उन्होंने कहा कि हम यह बात पूर्ण विश्वास के साथ कहते हैं कि कोई भी धर्म इस प्रकार की हिंसा की अनुमति नहीं देता. अतः हम समझते हैं कि इस प्रकार की हिन्सा करने वाले पूर्णतः पथभ्रष्ट हैं और किसी ऐसे षड्यंत्र के शिकार हैं जिसका उद्देश्य देश के अमन-चैन को नष्ट करना है.
सभी सदस्यों ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि वे शान्ति बनाए रखें तथा इसमें प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें. किसी के बहकावे में न आएं, आपसी प्रेम बनाए रखें क्योंकि हमारी परम्परा प्रेम एवं शान्ति तथा आपसी सौहार्द्र की है. दोषियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है तथा हमें आशा है कि कानून के अनुसार उन्हें अपने किये का दण्ड अवश्य मिलेगा, अतः किसी भी प्रकार के प्रदर्शन, जुलूस आदि से बचें.
सभी धर्म प्रतिनिधियों ने अपील की है कि कोई ऐसी बात सोशल मीडिया पर पोस्ट ना करें जिससे आपसी वैमनस्य को बढ़ावा मिले. सोशल मीडिया पर चलने वाली किसी भी सम्प्रदायिक बहस में भाग न लें.
उन्होंने कहा है कि, अपने-अपने धर्म के अनुसार प्रभु का स्मरण करें और उससे हमारे प्रदेश और देश भर में शान्ति की प्रार्थना करें. हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह हमारे देश में शान्ति का वातावरण बनाए रखे और उन सभी को सदबुद्धि दे जो किसी भी प्रकार अशान्ति पैदा करना चाहते हैं.