इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ के निधन पर बीते शुक्रवार को प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली में एक शोक सभा आयोजित की गई थी जिसमें सभी वरिष्ठ पत्रकारों ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि दी.
इस शोक सभा में पहुंचे जमाअत इस्लामी हिन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजीनियर मोहम्मद सलीम ने इंडिया टुमारो से कहा कि विनोद दुआ एक निर्भीक पत्रकार थे, उनका जाना देश और पत्रकारिता जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है.
विनोद दुआ का लम्बी बीमारी के बाद पिछले हफ्ते दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था, वह 67 वर्ष के थे.
साल 2021 की शुरुआत में कोरोना संक्रमित होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कोरोना संक्रमण से इसी साल जून में उनकी पत्नी ‘चिन्ना’ दुआ का निधन हो गया था. उनकी पत्नी एक रेडियोलॉजिस्ट थीं.
इंजीनियर मोहम्मद सलीम ने इंडिया टुमारो से बात करते हुए कहा कि, “विनोद दुआ एक निर्भीक और निडर पत्रकार थे, उनका जाना देश और पत्रकारिता जगत के लिए बड़ा नुकसान है.”
उन्होंने कहा कि, “विनोद दुआ के जैसे पत्रकार वर्तमान में बहुत कम नज़र आते हैं जो बड़ी निर्भीकता से और निःस्वार्थ होकर सच बात को मज़बूती के साथ देश के सामने रखते हों. वह बड़े ही निडर और साहसिक पत्रकार थे.”
प्रोफेसर मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने कहा कि, “वर्तमान में भारत जिन परिस्थितियों से गुज़र रहा है, उसमें ऐसे लोगों की मौजूदगी लोकतंत्र की रक्षा के लिए बहुत आवश्यक होती है. विनोद दुआ लोकतंत्र के मूल्यों को मज़बूत करने वाले और लोकतंत्र के प्रहरी के रूप में कार्य करने वाले पत्रकार कहे जा सकते हैं.”
प्रो. सलीम ने कहा कि, “आज इस शोक सभा में इसलिए भी आना हुआ है क्योंकि आज के समय में ऐसे लोगों की देश को सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी. विनोद दुआ जैसे पत्रकारों का जाना देश के लिए भी और पत्रकारिता जगत के लिए भी बहुत बड़ा नुकसान है.”
विनोद दुआ ने दूरदर्शन और एनडीटीवी को हिंदी के कई फेमस शो दिए हैं. वह अपने समय में पत्रकारिता में अग्रणी थे.
विनोद दुआ और उनकी पत्नी को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मई में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने पत्रकार विनोद दुआ के निधन पर शोक व्यक्त किया और उनकी बेटी मल्लिका दुआ को शोक संदेश भी भेजा था जिसे सोशल मीडिया पर साझा किया गया था. शोक संदेश में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विनोद दुआ के निधन पर दुख व्यक्त किया था.