इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. सीएम और उनके साथी कैबिनेट मंत्रियों ने प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को मंगलवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
रिपोर्ट के अनुसार राज्य में सत्तारूढ़ पार्टियों बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया है. हालांकि अभी तक गठबंधन टूटने को लेकर आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है.
हरियाणा के राज्यपाल ने मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जननायक जनता पार्टी (जजपा) गठबंधन में लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर दरार पैदा हुई और बात यहां तक पहुंच गई।
ज्ञात हो कि एक दिन पूर्व भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मुलाकात हुई थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों दलों में लोकसभा सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बन पाई जिसके बाद गठबंधन टूटने तक की नौबत आई.
बताया जा रहा है कि, जेजेपी ने दो सीटें मांगी थी, लेकिन बीजेपी ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी और इसके बाद से ही गठबंधन टूटने की अटकलें लगाई जा रही थीं.
हरियाणा में वर्तमान में, 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 41 विधायक और जेजेपी के 10 विधायक हैं. सत्तारूढ़ गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है.
राज्य के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 30 विधायक हैं और इंडियन नेशनल लोकदल और हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने इसे स्वार्थ का गठबंधन कहा है.