स्टाफ रिपोर्टर | इंडिया टुमारो
जयपुर | कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करने के आरोप में न्यूज़ चैनल जी न्यूज़, भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक के ख़िलाफ़ जयपुर में मामला दर्ज हुआ है.
यह FIR जयपुर में बनी पार्क थाने में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय के प्रभारी राम सिंह कस्वां ने दर्ज करवाई है.
दरअसल राहुल गांधी के एक बयान को ज़ी न्यूज़ के प्राइम टाइम कार्यक्रम में एंकर रोहित रंजन द्वारा ग़लत संदर्भ में प्रस्तुत किया गया था.
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र वायानाड के ऑफ़िस में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की थी. जब मीडिया द्वारा राहुल गांधी से इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, “तोड़फोड़ करने वाले लोग बच्चे हैं और मैं उन्हें माफ़ करता हूँ, मेरे मन में उनके लिए कोई घृणा नहीं है.”
राहुल ने कहा कि, “यह मेरा दफ़्तर है, लेकिन मेरे दफ़्तर से पहले यह वायानाड के लोगों का दफ़्तर है. जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है. देश में आप हर जगह इस विचार को तारी होते देख रहे होंगे कि हिंसा से समस्या का समाधान हो जाएगा. लेकिन, ऐसा होता नहीं है. जिन बच्चों ने यह किया, वह अच्छा नहीं है.”
कांग्रेस नेता राहुल ने कहा, “उन्होंने ग़ैर-ज़िम्मेदाराना हरकत की. हालांकि, मेरे मन में उनके लिए कोई ग़ुस्सा या बैर नहीं है. उन्होंने बचकानी हरकत की है. बस, हमें इस बात पर इसी समय मिट्टी डाल देनी चाहिए. वे बच्चे हैं, उन्हें इन हरकतों के अंज़ाम की समझ नहीं है. इसलिए, मुझे लगता है कि उन्हें माफ़ कर देना चाहिए.”
राहुल गांधी के इस बयान को चैनल ने उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड से जोड़कर प्रस्तुत किया और यह दावा किया गया कि राहुल गांधी उदयपुर के हत्यारों को बच्चा कह रहे हैं और उन्हें माफ़ करने की बात कर रहे हैं. हालाँकि बाद में ज़ी न्यूज़ ने इस संबंध में माफ़ी भी माँगी.
FIR में कहा गया कि, “1 जुलाई को समय क़रीब 9 बजे मैं ZeeTV पर DNA प्रोग्राम देख रहा था तथा उक्त प्रोग्राम के प्रसारण के दौरान एंकर श्री रोहित रंजन ने जानबूझ कर आम जन को भड़काने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आशय से श्री राहुल गांधी द्वारा अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में कुछ दिन पूर्व उनके कार्यालय में लेफ़्ट पार्टी के छात्र संगठन के नव युवाओं द्वारा तोड़फोड़ करने के संदर्भ में दिए गए कथनों को एडिट कर हाल ही में उदयपुर में श्री कन्हैयालाल के हत्यारों के संबंध में कथन बताकर प्रसारित किया.”
शिकायत में कहा गया है कि, “इस कार्यक्रम के प्रसारण के दौरान भी एंकर TV के प्रमोटर और एडिटर को यह स्पष्ट रूप से पता था कि वे राहुल गांधी के बयान को बदनीयती पूर्व ग़लत परिपेक्ष्य में प्रसारित करने से आम जन की धार्मिक भावनाएँ आहत होंगी तथा लोगों के मध्य दंगा फ़साद करने व लोक शांति भंग हो जाएगी.”
कांग्रेस नेता और मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा है कि, “हमारे नेता पर एक वीडियो प्रसारित हुआ, जिसे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने साझा किया. जबकि वीडिओ की वास्तविकता कुछ और थी. गलत वीडियो प्रसारित करने के बाद हम सभी नेताओं ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई. वीडियो भ्रामक है, हमने जानकारी दी. हमारे नाराज़गी व्यक्त करने के बाद चैनल ने माफी मांगी, लेकिन भाजपा नेता अभी भी राहुल जी की छवि को खराब करने के लिए उस वीडियो फैला रहे हैं.”
पवन खेड़ा ने कर ट्वीट करते हुए फेक न्यूज़ फैलाने वाले चैनल को चेतावनी देते हुए कहा था कि, “वह तमाम भाजपा नेता जिन्होंने राहुल गांधी का फ़ेक विडीयो प्रसारित किया, वे देश भ्रमण को तैयार रहें. उन्हें कई शहरों की अदालतों के चक्कर लगाने होंगे.”
हालाँकि, भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने पता लगने के बाद भी के फेक न्यूज़ फैलाने वाला वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से डिलीट नहीं किया है. हालाँकि ट्विटर ने वीडियो पर “संदर्भ से अलग” होने का फ्लैग लगाया है.
कांग्रेस नेता और मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने इस वीडियो को अपलोड किया है, यह पहली बार नहीं हुआ है. पहले भी भाजपा कांग्रेस नेताओं के वीडियो को काट-छांटकर पेश करते रहे हैं. जयपुर में इस वीडियो के खिलाफ अब मुकदमा दर्ज हुआ है.”
उन्होंने आगे कहा कि, “यह शराफत हमारा गहना है, बेड़ियां नहीं हैं. कांग्रेस पार्टी अब चुप नहीं बैठेगी, आज के बाद यदि एक व्यक्ति भी पार्टी के खिलाफ बोलेगा तो उन्हें कई पीढ़ियों को अंजाम याद रखना पड़ेगा. जिन्होंने अभी भी वीडियो डाले हुए हैं, वे सुन लें, उनके खिलाफ आगे कार्रवाई होगी और वह भुगतेंगे.”
इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में कहा था, “मैं यह जानकर हैरान हूं कि आपकी पार्टी के कई सहयोगी कल (1 जुलाई) रात 9 बजे एक समाचार चैनल की शरारतपूर्ण रिपोर्ट को जानबूझकर और उत्साहपूर्वक साझा कर रहे हैं.”
जयराम रमेश ने पत्र में आगे लिखा था, “हम उम्मीद करते हैं कि आप और आपकी पार्टी के सहयोगी इस तरह के झूठ को फैलाना बंद कर देंगे. अगर यह माफी आज जारी नहीं की जाती है, तो हम आपकी पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे, जो इस तरह से आपराधिक तरीके से और गैर-जिम्मेदाराना तरीके से सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं.”
राहुल गांधी ने भाजपा और RSS को झूठ और दुष्प्रचार की नींव कहा
राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया यह जो भाजपा और RSS को झूठ और दुष्प्रचार की नींव कहा था. उन्होंने ट्विट किया था, “दुष्प्रचार और झूठ ही भाजपा-आरएसएस की नींव है। देश को नफ़रत की आग में झोंक कर हाथ सेंकने वाली भाजपा-आरएसएस का इतिहास पूरा हिंदुस्तान जानता है। ये देशद्रोही चाहे जितना तोड़ने का काम कर लें, कांग्रेस उससे ज़्यादा भारत जोड़ने का काम करती रहेगी।”
इन धाराओं में दर्ज हुई FIR
इस मामले में धारा 504, 505, 153ए, 295ए, 120बी आईपीसी तथा आईटी एक्ट 2000 की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है.
धारा 504 (किसी को उकसाने के इरादे से जानबूझकर उसका अपमान करना)
धारा 505 (समाज में किसी कथन के संबंध में मिथ्या कथन को इस आशय से परिचालित करना कि विद्रोह हो अथवा लोक-शान्ति के विरुद्ध अपराध)
धारा 153 (ए) (धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाना)
धारा 295 A (विमर्शित (Deliberate) और विदेषपूर्ण (Malicious) कार्य जो किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान)
धारा 120B (आपराधिक षड्यंत्र)