इश्फाकुल हसन | इंडिया टुमारो
श्रीनगर | जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा पर बयान देते हुए कहा है कि नई दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ किए जा रहे किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने के लिए दिल्ली में हिंसा शुरू की गई जिसके पीछे भाजपा से जुड़े हुए लोग हैं..
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि, “हिंसा के पीछे छिपा मास्टरमाइंड व्यक्ति भाजपा का आदमी है. उन्हें प्रधान मंत्री और गृह मंत्री के साथ देखा जा चुका है. वह भाजपा सांसद सनी देओल के लिए चुनाव अभियान भी संचालित कर रहा था. जो बात हमनें महसूस की है वो यह है कि किसानों को बदनाम करने के लिए हिंसा का पूरा ड्रामा रचा गया था.
कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे कानूनों का बनाया जाना संविधान के मौलिक अधिकारों के खिलाफ है. जब संविधान के खिलाफ कुछ कानून बना दिए जाते हैं, जैसे किसान बिल है. किसानों के साथ चर्चा किए बिना किसान विधेयक पारित किया गया है. किसानों को डर है कि वे जमीन और सब कुछ खो देंगे. सरकार को तुरंत इन कानूनों को निरस्त करना चाहिए.
किसानों के लिए उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक-2020 और मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा विधेयक-2020 के किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौते, पिछले वर्ष संसद द्वारा पारित किए गए थे. इससे पहले आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पारित किया गया था.
गणतंत्र दिवस पर हुई किसानों की ट्रैक्टर रैली के बाद नई दिल्ली में पत्थरबाज़ी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और 300 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हो गए.
दिल्ली के बाहरी इलाके में हज़ारों किसान पुलिस से भिड़ गए. प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर धावा बोल दिया और इसी दौरान किसी के द्वारा एक धार्मिक ध्वज फहराया गया. दीप सिद्धू हिंसा का मुख्य आरोपी है.
पुलिस ने 200 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है और विभिन्न जगहों पर उन पर एफआईआर दर्ज की गई है. गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने किसान नेता दर्शन पाल को भी नोटिस जारी किया है. उनसे पूछा गया है कि क्यों न उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए? पुलिस ने दर्शन पाल को तीन दिनों के अंदर अपना जवाब देने के लिए कहा है.
गौरतलब है कि 26 जनवरी को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हुए दिल्ली पुलिसकर्मियों से मिलने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने विभिन्न अस्पतालों का दौरा किया. और ट्वीट किया कि “घायल दिल्ली पुलिस कर्मियों से मुलाकात. हमें उनके साहस और बहादुरी पर गर्व है.”