इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | देशभर में वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर चर्चा के बीच सोमवार को विपक्षी दलों के सभी सांसदों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसदीय समिति की बैठक का बहिष्कार कर दिया.
रिपोर्ट के अनुसार विपक्षी दलों के सभी सांसदों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक की संसदीय समिति पर मनमाने ढंग से जेपीसी की कार्रवाई संचालित करने का आरोप लगाया है.
विपक्षी दलों के सभी सांसदों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पर विचार कर रही संसदीय समिति की बैठक का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि समिति नियम-कानून के अनुसार काम नहीं कर रही है और मनमाने ढंग से जेपीसी की कार्रवाई संचालित कर रही है.
रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के गौरव गोगोई और इमरान मसूद, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के ए राजा, शिवसेना (यूबीटी) के अरविंद सावंत, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी, समाजवादी पार्टी के मोहिबुल्लाह और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह जैसे विपक्षी सांसद बैठक से बाहर निकल गए और इसकी कार्यवाही को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं.
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत ने संवाददाताओं से कहा कि विधेयक पर गौर कर रही संसद की संयुक्त समिति नियमों के मुताबिक काम नहीं कर रही है.
उन्होंने और कुछ अन्य सांसदों ने भी आरोप लगाया कि समिति के समक्ष उपस्थित एक व्यक्ति को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे वरिष्ठ विपक्षी सदस्यों के खिलाफ व्यक्तिगत आरोप लगाने की अनुमति दी गई.
विपक्षी सदस्यों ने आगे की रणनीति तय करने के लिए बाद में अलग से एक बैठक की, जिसमें से कुछ ने इस प्रकरण पर लोकसभा अध्यक्ष से संपर्क करने का सुझाव दिया.
हालांकि, विपक्षी सांसदों के विरोध के बावजूद बीजेपी के सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी कार्यवाही जारी रखी.