इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर की 147 दिनों से असमान्य स्थिति के बावजूद राज्य का दौरा नहीं करने पर उन्हें घेरा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री अभी तक पीड़ित अवाम से मिलने क्यों नहीं गए.
खड़गे ने कहा, “147 दिन से मणिपुर के लोग पीड़ित हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के पास राज्य का दौरा करने का समय नहीं है.”
उनकी यह टिप्पणी मंगलवार को दो युवा छात्रों की हत्या की खबर सामने आने के बाद आई है.
रिपोर्ट में बताया गया है कि, मणिपुर पुलिस महानिरीक्षक (संचालन) आई.के. मुइवा के अनुसार, राज्य में 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से कम से कम 175 लोग मारे गए हैं. इसके अलावा 1,108 घायल हुए हैं जबकि 32 लापता हैं.
कांग्रेस ने इस से पहले भी मणिपुर में जातीय हिंसा की निंदा करते हुये मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को तत्काल पद से हटाने की मांग की थी, और राज्य का दौरा नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना भी की थी.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, यह स्पष्ट है कि मणिपुर में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को हथियार बनाया गया है लेकिन देश के प्रधानमंत्री ने अब तक वहां का दौरा नहीं किया.
उन्होंने पिछले 147 दिन से हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा नहीं करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला करते हुए कई सवाल खड़ा किया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को तत्काल पद से हटाने की भी मांग भी की है.
उन्होंने कहा, “इस हिंसा में छात्रों को निशाना बनाए जाने की भयावह तस्वीरों ने एक बार फिर पूरे देश को झकझोर दिया है. अब यह स्पष्ट है कि इस संघर्ष में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को हथियार बनाया गया था.”
खड्गे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि खूबसूरत राज्य मणिपुर को भाजपा के कारण “युद्धक्षेत्र” में बदल दिया गया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री मोदी भाजपा के अयोग्य मुख्यमंत्री को बर्खास्त करें. आगे की किसी भी उथल-पुथल को नियंत्रित करने के लिए यह पहला कदम होगा.”
छात्रों की हत्या के बाद मणिपुर में प्रदर्शन
दो युवा छात्रों की हत्या का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया गया है. राज्य सरकार के अनुसार, सुरक्षा बलों ने भी अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
मुख्यमंत्री सचिवालय के एक अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि पीड़ितों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं, जिनकी पहचान फिजाम हेमजीत (20) और हिजाम लिनथोइंगंबी (17) के रूप में हुई है. दोनों जुलाई से लापता थे.
दो छात्रों की हत्या के बाद मणिपुर में छात्रों ने बड़े पैमाने पर आंदोलन किया. राज्य सरकार ने भी इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के महज चार दिन बाद मंगलवार से एक अक्टूबर तक पांच दिनों के लिए फिर निलंबित कर दिया गया.
छात्रों की हत्या की जांच में तेजी लाने के लिए निदेशक प्रवीण सूद के नेतृत्व में एक विशेष सीबीआई टीम बुधवार को एक विशेष उड़ान से इम्फाल पहुंचेगी.
मणिपुर में इसी साल 3 मई को जातीय हिंसा भड़क उठी थी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जून में हिंसा प्रभावित राज्य का दौरा किया था, जबकि जुलाई में विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भी पूर्वोत्तर राज्य गया था.