इंडिया टुमारो
गुवाहाटी | असम की राजनीति में महत्वपूर्ण मानी जाने वाली बदरुद्दीन अजमल की पार्टी ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने इंडिया गठबंधन पर मुसलमानों के साथ दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है.
पार्टी ने कहा है कि, एआईयूडीएफ इंडिया गंठबंधन का हिस्सा नहीं है क्योंकि गठबंधन के लोग नहीं चाहते कि कोई मुस्लिम चेहरा राष्ट्रीय राजनीति में उभरे.
ज्ञात हो कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के साथ गठबंधन बनाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया था.
इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं किये जाने के बाद एआईयूडीएफ ने आरोप लगाया है कि इंडिया गठबंधन नहीं चाहता कि राष्ट्रीय स्तर पर कोई मुस्लिम चेहरा उभरे.
मंगलवार को एआईयूडीएफ विधायक और पार्टी महासचिव अमीनुल इस्लाम ने कहा कि हमारी पार्टी इंडिया गंठबंधन का हिस्सा नहीं है क्योंकि वे नहीं चाहते कि कोई मुस्लिम चेहरा राष्ट्रीय राजनीति में उभरे, चाहे बदरुद्दीन अजमल हों या AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हों.
उन्होंने आरोप लगाया कि, “कांग्रेस और अन्य दल अधिक कट्टर हिंदू समूह बनना चाहते हैं, भले ही वे मुस्लिम वोट चाहते हों. कांग्रेस ने पहले एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन का अनुरोध किया था लेकिन आखिरी समय में उन्होंने अपना मन बदल लिया.”
अमीनुल इस्लाम ने असम में कांग्रेस के साथ 12 राजनीतिक दलों के एकीकरण की आलोचना करते हुए कहा, सभी राजनीतिक दल जानते हैं कि जो कोई भी उनके साथ सहयोगी के रूप में शामिल होगा, कांग्रेस उसे धोखा देगी.
उन्होंने कहा कि, “हालांकि, 12 राजनीतिक दल एकजुट हो गए हैं, लेकिन असम में उनकी बैठक के बारे में कोई खबर नहीं आई है. एजेपी के लुरिनज्योति गोगोई असम में स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं, जबकि शिवसागर विधायक अखिल गोगोई जोरहाट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और तृणमूल कांग्रेस भी तीन सीटें मांग रही है.”
उन्होंने दावा किया कि, “मुझे विश्वास है कि कांग्रेस उन सभी को धोखा देगी, यहां तक कि लुरिनज्योति और अखिल को भी.”
एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम ने कहा, पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हमारी पार्टी के साथ गठबंधन किया था, लेकिन नतीजे घोषित होने के बाद उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया.
उन्होंने कई आरोप लगाते हुए कहा, “पिछले राष्ट्रपति चुनाव में कम से कम 22 कांग्रेस विधायकों ने एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया था। यहां तक कि उन्होंने राज्यसभा चुनावों में भी गुप्त रूप से भाजपा का समर्थन किया था.
एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम ने कहा, एआईयूडीएफ के पास असम में अच्छा जमीनी समर्थन है. हमें इस बात की चिंता नहीं है कि कौई हमारे साथ गठबंधन करता है या नहीं.