अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | देश के 6 राज्यों में 7 विधानसभा सीटों कपर हुए उपचुनाव के परिणामों में विपक्ष के गठबंधन INDIA ने अपना परचम लहराया है। घोसी विधानसभा उपचुनाव के परिणाम से इंडिया ने यूपी में आगाज किया है।
देश के 6 राज्यों में 7 विधानसभा सीटों के लिए 5 सितंबर को वोट डाले गए थे, जिनका आज चुनाव परिणाम घोषित किया गया है। इन चुनाव परिणाम के मुताबिक इंडिया ने अपना परचम लहराया है।
इन सभी 7 सीटों के हुए चुनाव में सबसे रोचक मुकाबला यूपी के घोसी में हुआ है, जहां पर इंडिया में शामिल सपा ने एन डी ए के बड़े घटक भाजपा के उम्मीदवार को बड़ी तगड़ी शिकस्त दी है और यूपी में इंडिया की जीत का आगाज़ हो गया है।
आज आए विधानसभा उपचुनाव के इन परिणामों में से सबसे पहले हम यूपी के घोसी सीट की चर्चा करते हैं। घोसी में एन डी ए की ओर से भाजपा चुनाव लड़ रही थी और उसके उम्मीदवार दारा सिंह चौहान थे।
दारा सिंह चौहान का समर्थन एन डी ए में शामिल ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा, संजय निषाद की निषाद पार्टी और मोदी सरकार की मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल कर रही थी। इंडिया की तरफ से सपा के सुधाकर सिंह उम्मीदवार थे। इनका समर्थन कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल कर रहा था।
भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को जिताने के लिए यूपी की पूरी सरकार लगी हुई थी। भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, यूपी सरकार के दर्जनों मंत्रियों और 2 दर्जन से अधिक अल्ग- अलग जातियों से ताल्लुक रखने वाले भाजपा विधायकों ने बड़ी मेहनत की। इन्होंने रैली भी की।
इसके साथ ही यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान के लिए रैली की और मतदाताओं से भाजपा उम्मीदवार को वोट देने की अपील की। लेकिन जनता ने भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान को चुनाव में भरपूर् समर्थन नहीं दिया और उनके पक्ष में वोट नहीं दिया, जिसके करण दारा सिंह चौहान घोसी में बुरी तरह से हार गये।
आज आए चुनाव परिणाम में सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने दारा सिंह चौहान को 42672 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया। दारा सिंह चौहान के हारने से भाजपा आलकमान को बहुत बड़ा झटका लगा है।
भाजपा आलाकमान घोसी सीट के जरिए पूर्वांचल में अपनी ताकत का आंकलन कर रहा था, क्योंकि घोसी चुनाव के ठीक पहले एनडीए में ओम प्रकाश राजभर की इंट्री हुई थी और वह घोसी ही नहीं बल्कि पूर्वांचल की लगभग 20 लोकसभा सीटों पर भाजपा को जिताने का दावा कर रहे थे। वह भाजपा से समझौते में 4 सीटें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मांग रहे थे।
इसी तरह से निषाद पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद भी बड़े – बड़े दावे कर रहे थे। वह घोसी समेत पूर्वांचल में लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत दिलाने का दावा कर रहे थे। भाजपा से लोकसभा चुनाव में चुनाव लड़ने के लिए 4 सीट मांग रहे थे।
घोसी में अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल भी भाजपा उम्मीदवार का समर्थन कर रही थी। लेकिन विधानसभा चुनाव में घोसी में जनता ने इन सभी को नकार दिया और भाजपा को हरा दिया।
भाजपा उम्मीदवार दारा सिंह चौहान के घोसी में हार जाने से भाजपा के लिए पूर्वांचल में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अभी से खतरे की घंटी बज गई है। भाजपा अब अपने इन सहयोगी दलों के शहारे पूर्वांचल में आगामी लोकसभा चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सकती है।
आज के घोसी के चुनाव परिणाम का एन डी ए की राजनीति पर बड़ा असर देखने को मिलेगा और ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान को अब यूपी सरकार में मंत्री पद भी नहीं मिलेगा। इसके साथ ही संजय निषाद का भी मंत्री पद खतरे में पड़ जाएगा और उनकी यूपी सरकार से छुट्टी हो सकती है।
इसके अलावा ओम प्रकाश राजभर और संजय निषाद से अपने संबंधों पर भाजपा पुनर्विचार कर सकती है और उनसे किनारा कर सकती है। इसकी वजह यह है कि संजय निषाद और ओम प्रकाश राजभर का अपनी जाति के मतदाताओं पर पकड़ न रह पाना है।
घोसी चुनाव के परिणाम से यूपी में इंडिया का आगाज़ हो गया है और अब यह लगभग तय हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव में इंडिया यूपी में एन डी ए यानी भाजपा को कड़ी चुनौती देने और उसको पराजित करने के लिए मजबूती के साथ खड़ा हो गया है। यह भाजपा के लिए खतरे की घंटी बजना है।
घोसी की जीत से इंडिया की यूपी में ताकत बढ़ गई है, यहाँ का चुनाव परिणाम इसका सबसे बड़ा प्रमाण है। जिस तरह से घोसी में सपा का कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल ने समर्थन किया है, वह इंडिया में शामिल दलों की एकता की सबसे बड़ी मिसाल है। आपस में इनकी एकता भाजपा पर भारी पड़ेगी और आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को यह रोकने में सफल हो सकते हैं।
इसी तरह झारखंड के डुमरी में इंडिया गठबंधन की जीत हुई है। यहां पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की उम्मीदवार बेबी देवी चुनाव जीती हैं। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को हराया है। इस तरह से झारखंड में भी इंडिया की जीत हुई है।
केरल के पुथुपल्ली में कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली है और कांग्रेस उम्मीदवार भारी मतों के अंतर से जीता है। यहाँ पर सी पी एम और भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है।
इसी प्रकार से पश्चिम बंगाल में धुगगुरी में टी एम सी उम्मीदवार की जीत हुई है।
इस तरह से इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को 4 सीटों पर विजय हासिल हुई है और भाजपा की करारी हार हुई है।
भाजपा को उत्तराखंड के बागेश्वर में जीत मिली है। यहाँ पर पार्टी उम्मीदवार पार्वती दास विजयी हुई हैं। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार बसंत कुमार को हराया है।
त्रिपुरा में धनपुर और बॉक्सा नगर में भाजपा उम्मीदवार जीते हैं। इस प्रकार से आज के चुनाव परिणाम में इंडिया गठबंधन भाजपा पर भारी पड़ा है और वह भाजपा को पीछे छोड़ आगे निकल जाने में सफल हुआ है।
आज के चुनाव परिणाम आने के बाद यूपी सरकार के मंत्री संजय निषाद अनाप-शनाप बोल रहे हैं। वह भाजपा की हार को पचा नहीं पा रहे हैं। वह करारी हार से बौखला गए हैं।
इसी बौखलाहट में उन्होंने कहा है कि, “जब पाकिस्तान का बक्सा खुलता तो सपा को वोट मिलता है।”
दरअसल संजय निषाद की इस बौखलाहट के पीछे उनकी मंत्री की कुर्सी जाना तय माना जा रहा है। उन्होंने घोसी में भाजपा को जिताने का बड़ा दावा किया था, लेकिन वह अपनी ही बिरादरी निषाद के वोट भाजपा को नहीं दिला पाए।