इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष और अधिक हमले के लिए तैयार रहे क्यों कि सत्ता में बैठी मोदी सरकार इंडिया गठबंधन की ताकत से घबरा गई है.
शुक्रवार को इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक के दौरान सहयोगियों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सत्तारूढ़ पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अधिक हमलों के लिए तैयार रहने को कहा.
उन्होंने दावा किया कि इंडिया गठबंधन की बढ़ती ताकत से सरकार परेशान है.कांग्रेस अध्यक्ष ने देश में हेट क्राइम्स में वृद्धि के लिए भाजपा और आरएसएस पर भी निशाना साधा. इसके साथ राज्यों को नियंत्रण में रखने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, तीन बैठकों के दौरान इंडिया गठबंधन ने एक संयुक्त मोर्चे के रूप में संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह सरकार को सफलतापूर्वक जवाबदेह बनाया है.
उन्होंने कहा, हमारी ताकत सरकार को परेशान करती है. यही कारण है कि इसने संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को आगे बढ़ाया है, हमारे सांसदों को मामूली बात पर निलंबित कर दिया है.
बैठक के दूसरे दिन इंडिया ब्लॉक के नेताओं को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पटना और बेंगलुरु में हमारी दोनों बैठकों की सफलता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषणों में न सिर्फ हम पर हमला बोला है, हमारे प्यारे देश के नाम की तुलना आतंकवादी संगठन और गुलामी के प्रतीक से की.
मुंबई में हो रही बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खड्गे ने कहा, “श्रीमोदी जी कर्नाटक में खूब घूमे, लेकिन जनता ने उन्हें वोट नहीं दिया। आज लोग राहुल गांधी जी की तरफ देख रहे हैं, जो कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक पैदल चले। मोदी जी की तरफ कोई नहीं देख रहा। इसलिए जब आप एक होकर लड़ेंगे, आपको कोई हरा नहीं पाएगा.
उन्होंने कहा कि हमें इस सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के कारण आने वाले महीनों में और अधिक हमलों, अधिक छापेमारी और गिरफ्तारियों के लिए तैयार रहना चाहिए।
कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि जितना अधिक इंडिया गठबंधन मजबूत होगा उतना ही अधिक भाजपा सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का दुरुपयोग करेगी। उन्होंने महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाइयों और झारखंड के साथ छत्तीसगढ़ में हाल की घटनाओं का भी उदाहरण दिया।
खड़गे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा किआज हमारे समाज का हर वर्ग – चाहे वह किसान, युवा, महिलाएं, हाशिए पर रहने वाले लोग, मध्यम वर्ग, बुद्धिजीवी, गैर सरकारी संगठन और पत्रकार हो – सभी भाजपा के सत्तावादी कुशासन के शिकार हैं। हमारी तरफ 140 करोड़ भारतीय अपने दुखों को दूर करने की आशा के साथ देख रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, “मोदी सरकार आहिस्ता-आहिस्ता देश को dictatorship की तरफ़ ले जा रही है। उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाया है। बिज़नेस एडवाइजरी कमेटी को नहीं पूछा, विपक्ष में किसी से नहीं बात की… किसी को बताए बग़ैर संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है.”
उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा, “जब मणिपुर जल रहा था, तब विशेष सत्र नहीं बुलाया, COVID की त्रासदी के वक्त नहीं बुलाया, चीन हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर रहा है, उसके लिए विशेष सत्र नहीं बुलाया, नोटबंदी से लोग दुखी हो रहे थे, तब विशेष सत्र नहीं बुलाया। जब-जब मुल्क मुश्किल में रहा, उस वक्त उन्होंने विशेष सत्र कभी नहीं बुलाया। अब क्यों बुलाया ? हमें पता नहीं क्या अजेंडा है ! ये देश चलाने की रीत नहीं है.”
भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर पलटवार करते हुए खड़गे ने कहा, भाजपा और आरएसएस ने पिछले नौ वर्षों में जो सांप्रदायिक जहर फैलाया है, वह अब निर्दोष ट्रेन यात्रियों और निर्दोष स्कूली बच्चों के खिलाफ हेट क्राइम्स के रूप में देखा जा रहा है.
इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि जब देश के एक हिस्से में भयानक बलात्कार में शामिल लोगों को रिहा किया जाता है और सम्मानित किया जाता है, तो दूसरे हिस्से में भयानक अपराधों और नग्न महिलाओं की परेड को बढ़ावा मिलता है. मोदी जी के भारत में कारगिल युद्ध के एक वीर की पत्नी को भी नहीं बख्शा जाता है.
कांग्रेस अध्यक्ष अपने वक्तव्य में ट्रेन में आरपीएफ कांस्टेबल के एक पुलिस अधिकारी और तीन मुस्लिम यात्रियों की हत्या करने, मणिपुर में महिलाओं की नग्न परेड, बिलकिस बानो बलात्कार के आरोपी की रिहाई का जिक्र कर रहे थे.
कांग्रेस अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश की घटना का जिक्र करते हुए कहा, यह हाशिये पर पड़े लोगों के प्रति भाजपा सरकार की उदासीनता है, जिसके कारण उनके नेता गरीब आदिवासियों और दलितों पर पेशाब करते हैं. दोषियों को खुलेआम घूमने के लिए छोड़ दिया जाता है.
सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार राज्यों को नियंत्रण में रखना चाहती है.
उन्होंने कहा कि, राज्यों को कर राजस्व के उनके हिस्से से वंचित किया जा रहा है. विपक्ष शासित राज्यों को मनरेगा का बकाया नहीं दिया जा रहा है. वित्त आयोग की सिफारिश के अनुसार विशेष अनुदान और राज्य विशिष्ट अनुदान जारी नहीं किए जाते हैं. इन्वेस्टर्स को इन्वेस्टमेंट और परियोजनाओं को विपक्ष शासित राज्यों की जगह भाजपा सरकार वाले राज्यों में ले जाने के लिए मजबूर किया जाता है.
खड़गे ने सवाल किया किउन्होंने (राहुल गांधी) मॉरीशस स्थित कंपनी से राउंड ट्रिपिंग के आरोपों और अपारदर्शी निवेश की रिपोर्ट की जेपीसी जांच की मांग की। यह समझ से बाहर है कि प्रधानमंत्री इस मामले (अडानी केस) की जांच क्यों नहीं करा रहे हैं?
खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा एजेंसियों और संस्थानों पर पूर्ण नियंत्रण चाहती है – वह ईडी प्रमुख, सीबीआई निदेशक, चुनाव आयुक्तों, यहां तक कि देश भर की अदालतों के न्यायाधीशों की नियुक्ति को नियंत्रित करने पर अड़ी हुई है।
हमारे खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव दायर किया, हमारे माइक बंद कर दिए, कैमरों को हमारे विरोध-प्रदर्शन को कवर करने की अनुमति नहीं दी, संसद टीवी पर हमारे भाषणों को खुलेआम सेंसर कर दिया.