इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | ब्रिटेन दौरे से लौटे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उन पर बीजेपी द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब वो संसद में देना चाहते थे. लेकिन उनके लोकसभा में पहुँचने के कुछ ही मिनट बाद लोकसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया.
कार्यवाही के स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता करते हुए एक बार फिर सरकार पर उन्हें संसद में ना बोलने देने का अरोप लगाया.
उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिजनेस टाइकून गौतम अडानी के बीच कथित संबंधों पर उनके द्वारा उठाए गए सवालों को टालने देने का भी आरोप लगाया.
राहुल ने कहा कि, “मुझे उम्मीद है कि लोकसभा अध्यक्ष मुझे कल बोलने की अनुमति देंगे। मैं स्पीकर के पास उनके कक्ष में गया और उनसे कहा कि मैं भाजपा सांसदों द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब देना चाहता हूँ. हालांकि, उनकी तरफ़ से कोई वादा नहीं किया गया.”
उन्होंने काहा, “मैं यह कहना चाहूंगा कि मैंने लंदन में जो कुछ भी कहा है, वह सार्वजनिक रिकॉर्ड से ली गई बातें हैं. पीएम के कारोबारी गौतम अडानी से रिश्तों को लेकर सवालों पर प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार टालमटोल कर रही है.”
उन्होंने आगे कहा कि, “जैसा कि संसद में आरोप लगाए गए हैं, यह मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है कि मुझे सदन में बोलने का अवसर मिले। अगर भारतीय लोकतंत्र काम कर रहा होता, तो मैं संसद में बोल पाता। इसलिए, वास्तव में आप जो देख रहे हैं वह भारतीय लोकतंत्र की परीक्षा है।”
गौरतलब है कि पिछले दिनों राहुल गांधी ने यूके की यात्रा के दौरान भारत में कमज़ोर होते लोकतंत्र के बारे में बात को थी. उन्होंने कहा था कि वो जब संसद में अपनी बात रखने की कोशिश करते हैं तो उनको बोलने नहीं दिया जाता, उनका माइक बंद कर दिया जाता है.
बीजेपी ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब संसद में दिया था. राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल समेत सरकार के चार वरिष्ठ मंत्रियों ने राहुल गांधी पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने के आरोप लगाए थे.