इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | विश्व प्रसिद्ध मुस्लिम धार्मिक विद्वान शेख यूसुफ अल-करज़ावी का आज निधन हो गया.
वह 96 वर्ष के थे. अलजज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके निधन की जानकारी उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर दी गई.
मिस्र में जन्मे अल-करज़ावी कतर में रहते थे क्योंकि मिस्र की सरकार ने उन्हें उनके राजनीतिक विचारों के लिए निष्कासित कर दिया था. अल-करज़ावी एक निर्वाचित सरकार के पक्ष में थे और सैन्य तानाशाही के कड़े आलोचक थे.
वह इंटरनेशनल यूनियन ऑफ मुस्लिम स्कॉलर्स के प्रमुख थे.
मिस्र की एक सैन्य अदालत ने 2015 में हिंसा की एक घटना में उसकी संलिप्तता के आरोपों में 2018 में उन्हें मौत की सज़ा सुनाई थी. उनकी अनुपस्थिति में उन पर मुकदमा चलाया गया.
वह अरब देशों में निर्वाचित सरकारों के लिए काम करने वाले मुस्लिम ब्रदरहुड के आध्यात्मिक मार्गदर्शक थे, जिन देशों में से अधिकांश में या तो वंशवादी शासन या सैन्य तानाशाही है.
मुस्लिम ब्रदरहुड के मोहम्मद मुर्सी मिस्र के पहले निर्वाचित राष्ट्रपति थे. हालांकि, मिस्र के सेना प्रमुख जनरल अब्दुल फतह अल-सीसी ने उनकी सरकार उखाड़ फेंका और उन्हें जेल में डाल दिया. मोहम्मद मुर्सी की जेल में मौत हो गई.