नई दिल्ली | शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू छात्र संघ की पूर्व नेता शेहला रशीद की याचिका पर पत्रकार सुधीर चौधरी, ज़ी न्यूज़ और न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल स्टैंडर्ड्स एसोसिएशन को नोटिस जारी कर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. शेहला द्वारा दाखिल याचिका में ज़ी न्यूज़ और चौधरी से उनके विरूद्ध कार्यक्रम प्रसारित करने के मामले में माफी मांगने की मांग की गई है.
न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने प्रतिवादियों से छह सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है और मामले को 23 फरवरी, 2023 को आगे के विचार के लिए सूचीबद्ध किया है.
जेएनयू छात्र संघ की पूर्व नेता शेहला रशीद ने समाचार प्रसारण और डिजिटल मानक प्राधिकरण द्वारा अप्रैल 2022 में पारित एक आदेश के संबंध में उच्च न्यायालय का रुख किया है.
बार & बेंच के अनुसार, लाइव प्रसारण किए गए उक्त कार्यक्रम में, चौधरी ने शेहला राशिद के पिता का साक्षात्कार लिया था और कथित तौर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल है और आतंक को आर्थित मदद कर करने में शामिल हैं.
राशिद ने एनबीडीएसए के आदेश में संशोधन की मांग की है ताकि ज़ी और सुधीर चौधरी को एक स्पष्ट माफी जारी करने का निर्देश दिया जा सके.
राशिद की ओर से पेश हुए वकील प्रसन्ना एस ने तर्क दिया कि आज की स्थिति में जब इस तरह के आरोप लगाए जाते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि मीडिया और ये आरोप लगाने वाले लोगों में जिम्मेदारी की भावना हो.
एनबीडीएसए की ओर से पेश वकील ने अदालत को बताया कि उनके पास इस बात की पुष्टि है कि ज़ी ने संबंधित कार्यक्रम से संबंधित सभी प्लेटफार्मों से सभी लिंक हटा दिए हैं.
शेहला ने समाचार प्रसारण और डिजिटल मानक प्राधिकरण (NBDSA) द्वारा अप्रैल 2022 में पारित एक आदेश को लेकर हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है.
बार & बेंच के अनुसार, “अपने आदेश में, NBDSA ने Zee News को राशिद के बारे में एक शो के लिंक को हटाने का निर्देश दिया था क्योंकि इसमें निष्पक्षता, निष्पक्षता की कमी थी और कहानी का केवल एक पक्ष प्रस्तुत किया था.”
शेहला राशिद के खिलाफ यह शो 30 नवंबर, 2020 को प्रसारित हुआ था जिसमें चैनल ने राशिद के पिता का इन्टरव्यू लिया था और साथ ही उन पर आरोप भी लगाए थे.
राशिद ने तब NBDSA को पत्र लिखकर तर्क दिया कि कार्यक्रम ने संकेत दिया था कि वह “राष्ट्र विरोधी गतिविधियों” में शामिल है और “आतंकवाद को वित्तपोषित” कर रही है.
जैसे ही एनबीडीएसए ने ज़ी को शो को बंद करने का आदेश दिया, राशिद ने इस बात पर नाराज़गी व्यक्त की कि एसोसिएशन ने चैनल को उनसे माफी मांगने का निर्देश नहीं दिया था.
राशिद ने अब एनबीडीएसए के आदेश में संशोधन की मांग की है. शेहला ने ज़ी और चौधरी को माफी मांगने का निर्देश देने और उनकी प्रतिष्ठा को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है जिसे प्राइम-टाइम के दौरान प्रसारित किया जाए.
Source Link: बार & बेंच