ख़ान इक़बाल | इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (एसीजेएम) की अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ बलात्कार के मामले में पेश न होने पर गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी किया है।
वाजेपयी सरकार में मंत्री रहे चिन्मयानंद उत्तर प्रदेश के जौनपुर से बीजेपी के संसद रह चुके हैं। इस वक्त शाहजहांपुर के मुमुक्षु आश्रम के प्रमुख हैं और इसी मुमुक्षु आश्रम से कई शिक्षा संस्थाओं का संचालन होता है।
इन्हीं संस्थाओं में से एक संस्थान में प्राचार्य रही उनकी शिष्या ने ही चिन्मयानंद पर यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था। शिष्या भी इसी आश्रम परिसर में रहती थी।
स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ 2011 में शहर कोतवाली में दर्ज यौन शोषण मामले में पुलिस ने 23 अक्टूबर 2012 को आरोप पत्र दायर कर न्यायालय में भेजा था, जिसके बाद 24 मई 2018 को प्रदेश की योगी सरकार द्वारा न्यायालय को पत्र भेजकर यौन शोषण का मुकदमा वापस लेने का अनुरोध किया गया था।
बलात्कार पीड़िता द्वारा आपत्ति दायर करने के बाद सीजेएम द्वारा आवेदन को खारिज कर दिया गया।
स्वामी चिन्मयानंद ने इसके बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय रुख किया और वहां से शाहजहांपुर की अदालत द्वारा की जा रही कार्रवाई को रोकने का स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया।
इसी आदेश के क्रम में चिन्मयानंद की पत्रावली इलाहाबाद उच्च न्यायालय भेज दी गई परंतु उच्च न्यायालय ने यह पत्रावली पुन: शाहजहांपुर की अदालत में भेज दी जिसके बाद ही इनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था।
चिन्मयानंद का मामला काफ़ी दिनों से कागज़ी कारवाईयों में उलझकर गायब होता दिखाई दे रहा था, पर शाहजहांपुर अदालत में आने पर केस ने रफ्तार पकड़ी है।
चिन्मयानंद न तो अदालत में हाजिर हुए और न ही अपनी जमानत कराई। एमपीएमएल कोर्ट/एसीजेएम तृतीय ने तीन महीने पहले भी चिन्मयानंद के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था। ढुलमुल रवैये पर चौक कोतवाली इंस्पेक्टर को भी अदालत ने फटकारा था।
शुक्रवार को चिन्मयानंद की ओर से दो वकीलों ने वारंट के खिलाफ बहस की। अदालत ने सख्ती दिखाते हुए फिर से गैरजमानती वारंट जारी किया है।
शाहजहांपुर के एसपी संजय कुमार ने कहा, हमें एनबीडब्ल्यू के बारे में पता चला है। हम आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
स्वामी पर इस तरह के और भी आरोप लगे और उनके कालेज में पढ़ने वाली एक विधि की छात्रा ने भी 2019 में उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, जिस मामले में उनकी गिरफ्तारी हुई थी।