–Amit Cowper
गांधीनगर | बिलकिस बानो रेप केस के आरोपियों की रिहाई के विरुद्ध अब भी विभिन्न स्तरों पर विरोध जारी है. हालिया खबर गुजरात से ही आ रही है. वडगाम के दलित विधायक और गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी द्वारा समर्थन प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ताओं और महिला संगठनों का एक समूह बिलकिस बानो गैंगरेप और कई हत्याओं के 11 दोषियों की रिहाई के विरोध में गुजरात के दाहोद जिले के रंधिकपुर से लेकर अहमदाबाद के साबरमती आश्रम तक 180 किलोमीटर का पैदलमार्च करेगा.
गुजरात में सामाजिक कार्यकर्ताओं के अलावा सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक अन्य बाहरी समूह ने भी गोधरा दंगों के दौरान हुए कुख्यात सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले की शिकार बिलकिस बानो के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए ‘पदयात्रा’ निकालने की योजना बनाई है.
2002 में हुए गुजरात दंगो के दौरान रेप और हत्या के जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले दक्षिणपंथी कट्टरपंथियों और दंगाई भीड़ के 11 आरोपियों को दोषी ठहराया गया था और गोधरा जेल में उन्हें रखा गया था. इन सभी सज़ायाफ्ता बलात्कारियों को इसी साल 15 अगस्त को गुजरात सरकार द्वारा छूट दिए जाने के बाद रिहा कर दिया गया.
यह घटना एक विडम्बना है जो भारत की आज़ादी के 75 साल होने के उपलक्ष्य में मनाए गए ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ में बलात्कारियों की आज़ादी के कदम के तौर पर देखी जा रही है.
आयोजन समिति के सदस्य कलीम सिद्दीकी ने बताया कि, “हिंदू मुस्लिम एकता समिति’, के तहत पद यात्रा करने वाले समूह का गठन किया गया है, यह समूह 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक 180 किलोमीटर की दूरी तय करेगा, जिसमें सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडे और विधायक जिग्नेश मेवाणी 25 अन्य लोगों के साथ भाग लेंगे.”
एक प्रेस वार्ता के में जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि, “गुजरात सरकार द्वारा सामूहिक बलात्कार और कई हत्याओं के दोषियों को रिहा करने का यह कृत्य राज्य और पूरे देश के लिए शर्म की बात है. इस कृत्य की वजह से गुजरात की पूरी दुनिया के सामने बदनामी हुई है. जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि इन अपराधियों को जेल में होना चाहिए, तो भाजपा के लोगों ने कहा कि नहीं, ये लोग बहुत संस्कारी हैं, इसलिए इन्हें रिहा किया जाना चाहिए. इसलिए उन्होंने न केवल उन्हें छोड़ा, बल्कि उन्होंने मिठाई और माला पहनाकर उनका स्वागत किया और कार्यक्रम का जश्न भी मनाया. यह सब भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है.”
मेवाणी ने आगे कहा कि, “मैं देश के लोगों से इस पदयात्रा का समर्थन करने और बिलकिस बानो के प्रति एकजुटता दिखाने की अपील करता हूँ, जिन्होंने इतने बड़े जघन्य अपराध झेला है. मैं भाजपा महिला प्रकोष्ठ से भी हमारे इस कार्य का समर्थन करने की अपील करता हूं. जघन्य अपराधों के पीड़ित चाहे बिलकिस हो बबीता हो या बॉबी, उनके समर्थन में सभी को सामने आना चाहिए.”
संदीप पांडे ने वार्ता में कहा कि, “इंसानियत बची रहे इसके लिए ज़रूरी है कि बोला जाए, बोला जाए ताकि नैतिक मूल्यों का सम्मान हो सके, ताकि निर्दोष लोग सुरक्षित महसूस करें और अपराधी हतोत्साहित हों.”
समूह की एक सदस्य अमिता बुच ने कहा, “यह मार्च बिलकिस बानो को यह संदेश देने के लिए है कि “हमें (लोगों, राज्य को) खेद है” और यह आशा जगाने के लिए कि ऐसा किसी और के साथ न हो.”