https://www.xxzza1.com
Friday, March 29, 2024
Home देश PM की पसमांदा मुस्लिमों तक पहुंचने की अपील, पूर्व MP अली अनवर...

PM की पसमांदा मुस्लिमों तक पहुंचने की अपील, पूर्व MP अली अनवर बोले- पहले बंद हो हेट कैम्पेन

सैयद ख़लीक अहमद

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में भाजपा नेताओं से पूरे देश में “स्नेह” यात्रा निकालकर पसमांदा मुसलमानों से संपर्क करने के लिए एक अभियान शुरू करने की अपील की थी. पसमांदा (पिछड़े) मुस्लिम नेता अली अनवर अंसारी ने प्रधानमंत्री मोदी की इस अपील की प्रासंगिकता पर सवाल उठाया है.

रामपुर और आज़मगढ़ उपचुनाव में भाजपा की जीत के बाद इस महीने के पहले सप्ताह में हैदराबाद में हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के अंत में प्रधानमंत्री ने यह अपील की थी.

पसमांदा नेता अंसारी ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए अपने पत्र में लिखा कि, “जब भड़काऊ बयानबाज़ी और बुलडोज़र चलाये जा रहे हों तो ‘स्नेह यात्रा’ निकालने का क्या मतलब है?” यह बातें उन्होंने पीएम मोदी को संबोधित एक पत्र में कहा.

उन्होंने कहा, “यह (स्नेह यात्रा) तभी प्रभावी साबित होगी जब समाज में सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे.”

अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम महाज़ के संस्थापक-अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद अंसारी कहते हैं कि, “2014 के बाद से ही चल रहे गोरक्षा, घर-वापसी, लव जिहाद, कोरोना महामारी में तब्लीगी जमात पर दुष्प्रचार या किसी भी अन्य मंदिर-मस्जिद सम्बन्धी सभी मुस्लिम विरोधी घटनाक्रमों में पसमांदा मुसलमान सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं.”

उन्होंने एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में आगे कहा कि, “इस तरह की घटनाओं के कारण मारे गए, जलाए गए, पीटे गए, पुलिस मामलों में फंसाए गए और जेल में बंद ज़्यादातर लोग पसमांदा मुसलमान हैं.”

बीजेपी के नेताओं की मुस्लिम विरोधी बयानबाज़ी की ओर पीएम का ध्यान आकर्षित कराते हुए, उन्होंने कहा कि, “न सिर्फ भाजपा विधायक और सांसदों ने मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करके सांप्रदायिक माहौल में ज़हर घोलने का काम किया है, बल्कि मुसलमानों के ख़िलाफ़ लोगों को भड़काने में भाजपा के मंत्री और मुख्यमंत्री भी रिकॉर्ड बना रहे हैं.”

पत्र में आगे अंसारी कहते हैं, “हम अगर भाजपा के सांसदों और विधायकों को गिनती से हटा भी दें तो भी क्या आपके मंत्री और मुख्यमंत्री ऑन रिकॉर्ड नहीं कहते हैं कि मुसलमानों को ‘ज़िंदा दफनाया जाना चाहिए’, ‘पाकिस्तान भेजा’ जाना चाहिए? क्या गृह मंत्री अमित शाह जी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय, जब एनआरसी और सीएए के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं का शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था, लोगों से आह्वान नहीं किया था कि ‘बटन इस तरह दबाएं कि शाहीन बाग में बिजली का झटका लगे?”

कई महीने पहले पीएम मोदी द्वारा मुस्लिमों पर की गई टिप्पणी कि “इन लोगों को कपड़ों से पहचाना जा सकता है” की आलोचना करते हुए अंसारी ने कहा कि, “इसे राजनीतिक विश्लेषकों ने मुस्लिम विरोधी टिप्पणी माना था. श्री प्रधान मंत्री जी, क्या आपके जैसे ऊँचे कद वाले व्यक्ति को यह कहना शोभा देता है कि आप लोगों को उनकी पोशाक से पहचानते हैं?”

पसमांदा मुस्लिम नेता अंसारी आगे कहते हैं, “मानो मुसलमानों को परेशान करने के लिए यह सब टिपणियां काफी नहीं थीं, इसलिए अलग-अलग जगहों पर मुसलमानों की नमाज़ को बाधित किया गया, उनकी मस्जिदों पर हमला किया गया और उनके पैगंबर के खिलाफ भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और अब निष्कासित भाजपा नेता नवीन कुमार जिंदल द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी की गई.”

पूर्व सांसद ने ईशनिंदा के मुद्दे पर पीएम की चुप्पी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, “पूरी दुनिया में हमारे देश की छवि खराब होने के बाद भी आपने आज तक इसके खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला है, इसके विपरीत इसके खिलाफ आवाज़ उठाने वाले मुस्लिम बुद्धिजीवियों, पत्रकारों और नागरिक समाज के कार्यकर्ताओं को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है.”

उन्होंने पीएम से मुसलमानों के खिलाफ अनियंत्रित हो रहे घृणा अभियान को रोकने के लिए भी कहा.

अंसारी ने पीएम से सभी धर्मों के पसमांदा और दलितों की आबादी और सामाजिक-आर्थिक स्थिति जानने के लिए एक जनगणना करवाने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा कि उनके (मोदी) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों को निजी क्षेत्र को सौंपकर आरक्षण को बेमानी बना दिया है. अंसारी अपने पत्र में पीएम मोदी से पूछते हैं कि, “क्या आप निजी क्षेत्र में भी कोटा प्रणाली शुरू करेंगे? यदि नहीं, तो पसमांदा को आपकी सरकार पर कैसे और क्यों भरोसा करना चाहिए?”

उन्होंने पूछा कि क्या पीएम महामारी के दौरान विमुद्रीकरण, जीएसटी और लॉकडाउन के कारण तबाह हो गई कारीगर जातियों को उनके व्यवसायों को पुनर्जीवित करने में मदद करेंगे? अपने पत्र में अंसारी पूछते हैं कि, बढ़ती महंगाई से परेशान हाल नागरिकों को राहत देने के लिए क्या कुछ कदम उठाए जाएंगे?

अंसारी सवाल करते हुए कहते हैं कि पसमांदा मुसलमानों के प्रति इस मैत्रीपूर्ण भाव को इसलिए प्रदर्शित किया जा रहा है ताकि उनके वोट हासिल किए जा सके. उन्होंने आगे कहा, “रंगनाथ मिश्रा आयोग और सच्चर समिति ने पसमांदा मुसलमानों के भीतर लगभग एक दर्जन जातियों को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की सिफारिश की थी. लेकिन आपकी सरकार ने पिछले साल सुप्रीम कोर्ट को दिए जवाब में कहा था कि वह इस सिफारिश को स्वीकार नहीं करेगी.”

बिहार के पूर्व सांसद और पसमांदा मुस्लिम नेता अली अनवर अंसारी अपने पत्र में सवाल करते हैं, “क्या आप अनुसूचित जाति का कोटा बढ़ाकर इस धर्म आधारित भेदभाव को खत्म करेंगे? यदि नहीं, तो कुछ लालची लोगों द्वारा ढोल पीटने से कुछ भी अच्छा नहीं होने वाला है.”

अंसारी ने पत्र में कहा कि, “पसमांदा मुसलमानों को पहले राजनीतिक रूप से नज़रअंदाज़ किया जाता था, जिसका सबूत संसद और राज्य विधानसभाओं में उनकी नगण्य उपस्थिति है. अब उनके आर्थिक बहिष्कार की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, क्या आप इन हालात को बदलना चाहेंगे?”

उन्होंने कहा कि, “अगर बीजेपी पृष्ठभूमि के एक या दो मुस्लिम पसमांदा व्यक्तियों को मंत्री या राज्यपाल बना भी दिया जाए तो क्या बदलने वाला है? कई बार भाजपा नेताओं की तुलना में मुख्तार अब्बास नकवी, सैयद शाहनवाज़ हुसैन, एमजे अकबर, नजमा हेपतुल्ला और आरिफ मोहम्मद ख़ान जैसे नेताओं को वर्तमान सरकार की कई विवादास्पद नीतियों और फैसलों का समर्थन करते देखा गया है. उन्होंने कहा, “सिर्फ एक मुस्लिम नेता होने और मुस्लिमों के साथ सहानुभूति रखने वाले मुस्लिम नेता होने” दोनों में बड़ा फर्क है.”

- Advertisement -
- Advertisement -

Stay Connected

16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe

Must Read

पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी का निधन, सुनवाई के दौरान धीमा ज़हर देने का लगाया था आरोप

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो लखनऊ | उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद राजनेता और पूर्व विधायक मुख़्तार...
- Advertisement -

भारत में बढ़ते टीबी के मामले चिंताजनक, पिछले वर्ष 25 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए

-स्टाफ रिपोर्टर नई दिल्ली | हाल में सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार टीबी के मामलों में काफ़ी तेज़ी...

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा जारी रिपोर्ट का दावा, ‘भारत में लगभग 83 प्रतिशत युवा बेरोज़गार’

इंडिया टुमारो नई दिल्ली | अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और मानव विकास संस्थान (आईएचडी) द्वारा जारी एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024...

अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने भारत में नागरिकता के धार्मिक आधार पर सवाल उठाया

-स्टाफ रिपोर्टर नई दिल्ली | भारत में मोदी सरकार द्वारा विवादित नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू किए जाने पर...

Related News

पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी का निधन, सुनवाई के दौरान धीमा ज़हर देने का लगाया था आरोप

अखिलेश त्रिपाठी | इंडिया टुमारो लखनऊ | उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद राजनेता और पूर्व विधायक मुख़्तार...

भारत में बढ़ते टीबी के मामले चिंताजनक, पिछले वर्ष 25 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए

-स्टाफ रिपोर्टर नई दिल्ली | हाल में सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार टीबी के मामलों में काफ़ी तेज़ी...

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा जारी रिपोर्ट का दावा, ‘भारत में लगभग 83 प्रतिशत युवा बेरोज़गार’

इंडिया टुमारो नई दिल्ली | अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) और मानव विकास संस्थान (आईएचडी) द्वारा जारी एम्प्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024...

अमेरिकी धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने भारत में नागरिकता के धार्मिक आधार पर सवाल उठाया

-स्टाफ रिपोर्टर नई दिल्ली | भारत में मोदी सरकार द्वारा विवादित नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू किए जाने पर...

दुनिया को ‘इस्लामोफोबिया’ के ख़िलाफ एकजुट होना चाहिए: एंटोनियो गुटेरेस, UN महासचिव

इंडिया टुमारो नई दिल्ली | संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दुनिया को याद दिलाया है कि मुसलमानों...
- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here