रहीम ख़ान | इंडिया टुमारो
जयपुर | राजस्थान के विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने उदयपुर में हुई युवक की बेरहमी से हत्या की निंदा की है और घटना का विरोध करते हुए इसे इस्लामी शिक्षाओं के विपरीत बताया है, साथ ही दोषियों पर कड़ी क़ानूनी कार्रवाई कर उन्हें दण्डित करने की मांग की है.
जमाअत इस्लामी हिन्द- राजस्थान
उदयपुर की घटना पर राजस्थान जमाअत इस्लामी हिन्द के प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद नाज़िमुद्दीन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस तरह का कृत्य इस्लामी सिद्धांतों और इस्लामी शिक्षाओं के विरुद्ध है.
उन्होंने आम जनता से शांति बनाए रखने और कानून को अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस घटना में पुलिस की लापरवाही भी दिखाई पड़ती है.
जमाअत के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “जब कन्हैया लाल ने लिखित रूप में सुरक्षा की मांग की थी तो उसकी पुलिस ने उपेक्षा क्यों की? उन्होंने कहा कि यदि पुलिस शुरू से ही इस मामले को गम्भीरता से लेती और आवश्यक क़दम उठाती तो इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रोका जा सकता था.”
जयपुर के मुफ्ती ए शहर ने की घटना की निंदा
जयपुर शहर मुफ्ती मौलाना मोहम्मद ज़ाकिर नोमानी ने उदयपुर की घटना पर वीडियो बयान जारी कर कहा कि मज़हबी पेशवाओं से हर किसी का अकीदत और मोहब्बत का ताल्लुक होता है, अगर कोई भी शख्स उनकी शान में गुस्ताखी करता है तो यह गलत है.
उन्होंने कहा, “मुल्क के बाशिंदों को कानून हाथ में लेना ठीक नहीं है. इससे आपस में दूरियां और गलाफहमिया बढ़ती है. कानूनी दायरे में रह कर कार्यवाही करनी चाहिए थी. इस्लाम में किसी भी फितने की कोई जगह नहीं है. ऐसे कत्ल मिल्लत के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. ऐसी चीजों से बचना चाहिए. इस्लाम सलामती और अमन का मजहब है.”
लफेयर पार्टी आफ इंडिया, राजस्थान ने घटना का किया विरोध
वेलफेयर पार्टी आफ इंडिया, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष वक़ार अहमद ख़ान ने एक बयान जारी कर कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या को धार्मिक भावनाओं के नाम पर इसे किसी भी तरह न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता. क़ानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है. हत्या के गुनाहगारों को सख़्त से सख़्त सज़ा दिलवाने की सरकार से मांग करते हैं और इस मामले की जांच की जाये साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि इस घटना से माहौल ख़राब ना हो.
उन्होंने कहा कि, “सरकार इस ओर ध्यान केंद्रित करे. इस हत्या से राजस्थान की उदयपुर पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं क्योंकि कन्हैया लाल द्वारा थाने में जान का ख़तरा होने की सूचना दी जाने के बावजूद, उन्होंने उसे सुरक्षा नही दी, धमकी देने वालों के खिलाफ उचित कार्यवाही नही की और ना ही उन्हे पाबंद किया गया.”
पुलिस के रवैय्ये पर भी उठाया सवाल
ख़ान ने सरकार से अपील की कि उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की हत्या की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिल सके और जो बेकसूर हों उन्हें परेशान नहीं किया जाए. उदयपुर शहर में लोगों का आक्रोश सड़कों पर दिख रहा है उसे उदयपुर प्रशासन व पुलिस सांप्रदायिक नही बनने दे. माहौल नहीं बिगड़े इसके रोक थाम के सभी उपयुक्त कदम उठाए जाएँ, कोशिश करें कि आगे कहीं भी ऐसा कुछ ना हो.
उन्होंने प्रदेशवासियों से भी अपील की है कि शांति बनाए रखें, अफवाहों पर ध्यान ना दें और किसी भी तरह शहर का माहौल ख़राब करने वाली पोस्ट्स को सोशल मीडिया पर शेयर ना करें. उदयपुर व राजस्थान की जनता हमेशा अमन पसंद और परिपक्व है जो इस घटना से सांप्रदायिक माहौल को बनने नहीं देगी और धैर्य से काम लेगी. हमे पूरी उम्मीद है की इस मौके का फायदा उठाने वाले समूहों के झांसे में यहाँ की जनता नहीं आएगी और शांति बनाए रखेगी.
मुस्लिम प्रोग्रेसिव फ़ेडरेशन राजस्थान
मुस्लिम प्रोग्रेसिव फ़ेडरेशन राजस्थान के कन्वीनर अब्दुल सलाम जौहर ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि उदयपुर की शर्मनाक घटना की हम कड़ी निंदा करते हैं, सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है. मेरी सभी जाति धर्म के लोगों से यह अपील है कि ऐसे माहौल में आपस में प्रेम, शांति, भाईचारा बनाकर रखें. मेरी सरकार से यह मांग है कि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है उन पर सख़्त से सख़्त कार्यवाही की जाए.
मुस्लिम प्रोग्रेसिव फ़ेडरेशन राजस्थान के को-कन्वीनर सैय्यद अनवर शाह ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि इस्लाम अमन और सलामती का मजहब है, इस्लाम इस तरह की घटना की इज़ाजत नहीं देता है. हमें कानून के दायरे में रह कर ही कोई भी क़दम उठाना चाहिए. सभी प्रदेश वासियों से मेरी यह अपील है कि अमन शांति कायम रखें और कानून व्यवस्था बनाएं रखने में प्रशासन का सहयोग करें.
मुस्लिम परिषद संस्थान
मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष युनुस चौपदार ने बयान जारी कर कहा कि नुपुर शर्मा के समर्थन मे पोस्ट डालने वाले एक व्यक्ति की उदयपुर मे गला काटकर हत्या करना बेहद निंदनीय कृत्य है. ऐसी विभत्स घटनाओं को कतई बर्दाश्त नही किया जा सकता है और ना ही ऐसी घटनाओं का समर्थन किया जा सकता है. ऐसा कृत्य करने वाला व्यक्ति कड़ी से कड़ी सजा का हकदार है. निहायत ही रहम करने वाले रब के नाम पर किसी की जान ले लेना इस्लाम में कतई स्वीकार्य नहीं है. मुस्लिम परिषद संस्थान राजस्थान व देश के लोगों से अमन और शांति की गुजारिश करती है.
उन्होंने कहा कि साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी से कहना चाहुंगा कि देश किस तरफ जा रहा है? यह सब आपकी जानकारी मे होने के बावजूद आपकी खामोशी आपके पद की गरिमा के विपरीत है. भाजपा सरकारों व नेताओं की शह पर माहौल बिगाड़ने का प्रयास होना, फिर प्रतिक्रिया मे ऐसी घटना होना देश की सरकार के लिए शर्मिंदगी का विषय है. देश के नागरिक चिंतित हैं लेकिन सरकार खामोश है.