इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | जेल में बंद कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज़ को टाइम मैगज़ीन द्वारा 2022 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया है. अमेरिकी मैगज़ीन ने सोमवार को 2022 के 100 सबसे प्रभावशाली हस्तियों की सूची जारी की है.
इस लिस्ट में कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता ख़ुर्रम परवेज़ का नाम भी शामिल है जो पिछले साल से जेल में बंद हैं.
टाइम पत्रिका द्वारा प्रकाशित सूची में अन्य लोगों में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल हैं.
हालांकि, इन प्रभावशाली नेताओं की लिस्ट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान का नाम नहीं है.
खुर्रम परवेज़ को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 23 नवंबर को आतंकी फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया था. इस मामले में 14 मई 2022 को नई दिल्ली की एक विशेष एनआईए अदालत ने खुर्रम परवेज़ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
खुर्रम परवेज़ जम्मू एंड कश्मीर कोलिशन ऑफ सिविल सोसाइटी (जेकेसीसीएस) के प्रोग्राम कोआर्डिनेटर और Asian Federation Against Involuntary Disappearance के अध्यक्ष हैं.
कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने और सड़कों पर विरोध करने वाले सैकड़ों लोगों को हिरासत में लेने के लगभग एक साल बाद उनकी गिरफ्तारी हुई थी.
टाइम पत्रिका ने कहा, “उन्हें चुप कराया गया, क्योंकि उनकी आवाज़ कश्मीर क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन और अन्याय के खिलाफ उनकी लड़ाई दुनिया भर में गूंजती थी.”
पत्रिका ने खुर्रम परवेज को “आधुनिक-समय का डेविड” कहा, जिसने उन परिवारों को आवाज़ दी, जिन्होंने कथित तौर पर गायब होने के कारण अपने बच्चों को खो दिया था.
प्रशस्ति पत्र में कहा गया है, “यह पहली बार नहीं था जब परवेज़ को जबरन चुप कराया गया है. वह सच्चाई के लिए बोलते हैं, इसलिए उन पर हमले होते हैं और उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को 200 मिलियन से अधिक भारतीय मुसलमानों के उत्पीड़न के लिए भी आवाज़ उठाई थी.”
गुमनाम कब्रों पर रिपोर्ट के सह-लेखक खुर्रम ने कश्मीर विश्वविद्यालय से जनसंचार और पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है.