रहीम ख़ान | इंडिया टुमारो
जयपुर | राजस्थान के करौली शहर में शनिवार को हिंदू संगठनों द्वारा हिंदू नववर्ष पर निकाली जा रही मोटर साइकिल रैली में मस्जिद के बाहर आपत्तिजनक नारेबाज़ी की गई जिसके विरोध में अन्य समुदाय के कुछ लोगों द्वारा पत्थर फेंके जाने के बाद साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी.
इस हिंसा में 35 लोग घायल होने की सूचना हैं. प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है.
इस मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि करौली में हुई घटना को लेकर डीजी, पुलिस से बात कर स्थिति की विस्तृत जानकारी ली है. पुलिस को हर उपद्रवी से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं. मैं आमजन से अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें.
राजस्थान के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमारिया ने कहा है कि अब तक इस मामले में 36 लोग हिरासत में लिए गए हैं और अब स्थिति कंट्रोल में है. राजस्थान पुलिस ने कहा कि करौली में अफवाह को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया गया है और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है.
जयपुर से 170 किलोमीटर दूर स्थित करौली की स्थिति पर प्रशासनिक अमला लगातार नजर बनाए हुए हैं.
कैसे हुई घटना ?
करौली निवासी सगीर अहमद ने इंडिया टुमारो को बताया कि शनिवार को जब मस्जिद में असर की नमाज़ हो रही थी उसी वक्त हिंदू नववर्ष मना रहे लोगों की बाइक रैली मुस्लिम बहुल इलाके से गुज़र रही थी. रैली में डीजे पर तेज आवाज़ में गाने और आपत्तिजनक नारे लगाए जा रहे थे.
उन्होंने बताया कि नमाज़ को देखते हुए लोगों ने डीजे की आवाज़ कम करने के लिए कहा लेकिन आवाज़ कम नहीं की गई और आपत्तिजनक नारे भी लगातार लगाए जा रहे थे उसके बाद कुछ लोगों ने रैली पर पथराव कर दिया. जिससे रैली में भगदड़ मच गई और कई लोग घायल हो गए.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रैली पर हुए पथराव से गुस्साए आपत्तिजनक नारा लगा रहे हिंदुत्ववादी समूह ने अन्य समुदाय की दुकानों में आग लगा दी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 36 दुकानों में आगज़नी हुई है जिसमें 29 दुकानें समुदाय विशेष की बताई जा रही है.
करौली जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह शेखावत एक आदेश जारी कर 1973 की धारा 144 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये करौली नगर परिषद क्षेत्र में 02.04.2022 को सायं 06.30 बजे से दिनांक 04.04.2022 की मध्यरात्रि 12 बजे तक कर्फ्यू लागू कर दिया है.
इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने दिनांक: 02.04.2022 से दिनांक 03.04.2022 की मध्यरात्रि तक इन्टरनेट सेवायें बंद करने का आदेश भी जारी किया है.
सूचना के अनुसार जिला पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह और जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह शेखावत स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं. अभी हालात कंट्रोल में बताए जा रहे हैं.
डीएसपी और इंस्पेक्टर रैंक के 50 अधिकारियों समेत 600 पुलिसकर्मियों को करौली में तैनात किया गया है. चार आईपीएस अधिकारियों को भी जयपुर से करौली भेजा गया है. करौली हिंसा मामले में IPS किशोर बूटोलिया के नेतृत्व में SIT का भी गठन किया गया है.
शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील
करौली में हुई इस हिंसक झड़प पर जमाअत इस्लामी ने दुख प्रकट किया है. प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद नाज़िमुद्दीन ने करौली शहर में रमज़ान महीने की पूर्व संध्या पर हुई इस घटना पर लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है.
घटना पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा है कि प्रशासन से रेली के मार्ग के सम्बन्ध में भी चूक हुई है. इस तरह की रैली आम तौर पर इस रास्ते से नहीं निकाली जाती थी तो इस बार इसकी इजाज़त क्यों दी गई?
उन्होंने मांग की है कि इस मामले में जिन अधिकारियों की लापरवाही साबित हो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए, हिंसा के दोषियों को गिरफ्तार कर सख़्त कार्रवाई हो और घायलों के उपचार की व्यवस्था की जाए.
जमाअत ने शांति बनाने की अपील करते हुए कहा कि शहर व राज्य में नागरिकों के आपसी सद्भाव को बिगाड़ने का यह एक षड्यंत्र है. सम्प्रदायिक शक्तियाँ इस घटना से राजनीतिक ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही हैं.