मसीहुज़्ज़मा अंसारी
वाराणसी | CAA आंदोलन के दौरान उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के बजरडीहा में 20 दिसंबर 2019 को पुलिस लाठीचार्ज में सग़ीर नाम के एक 8 साल के बच्चे की मौत हो गई थी. पीड़ित परिवार के लिए केवल बच्चे की मौत ही मातम नहीं था बल्कि पुलिस का रवैया भी पीड़ित परिवार के लिए किसी मातम से कम नहीं था जब रात के अंधेरे में पुलिस ने शव दफनाने का दबाव बनाया.
पीड़ित परिवार का दावा है कि परिवार ने अभी तक ख़ुद इस मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई है. मामले को दो साल से अधिक का समय बीत चुका है.
इस रिपोर्ट में हम 8 वर्षीय सग़ीर के बारे में बात करेंगे जिसकी मौत के बाद पुलिस ने घर वालों को रात के अंधेरे में ही शव दफनाने के लिए मजबूर किया और पीड़ित परिवार अपने सगे संबंधियों को भी अपने बेटे के जनाज़े में शामिल नहीं करा सके.
पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए लिंक पर विज़िट करें: https://hindi.indiatomorrow.net/2022/01/22/varanasi-caa-protest-police-lathicharge-sagheer-death/