इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध अपराध में कमी देखने को नहीं मिल रही है. उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम दावों के बावजूद महिलाओं के विरुद्ध लगातार अपराध बढ़ रहे हैं. नया मामला यूपी के मथुरा का है जहाँ पुलिस भर्ती परीक्षा देकर लौट रही महिला के साथ चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म किया गया.
पीड़िता उत्तर प्रदेश पुलिस सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा देने के बाद घर लौट रही थी तभी महिला के साथ आरोपी और उसके तीन अन्य साथियों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया.
कथित सामूहिक दुष्कर्म का यह मामला थाना कोसीकलां, मथुरा का है.
दुष्कर्म पीड़िता ने ज़हर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. उसे गुरुवार रात एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पीड़िता के परिजनों के अनुसार पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के इस मामले को एक व्यक्ति द्वारा किए गए दुष्कर्म के मामले में बदल दिया है जिससे पीड़िता परेशान है.
इस मामले में उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने मथुरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर जांच कराने और 24 घंटे में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.
सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी को पीड़ित महिला का दोस्त बताया जा रहा है जिसने उसे लिफ्ट दिया था.
रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी तेजवीर को गिरफ्तार कर लिया है और आरोपी तेजवीर से पूछताछ जारी है.
आरोपी पीड़िता को हाईवे पर छोड़कर फरार हो गए. सीसीटीवी की मदद से पुलिस ने मुख्य आरोपी का पता लगाया और उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है.
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, आगरा रेंज के महानिरीक्षक (आईजी) नचिकेता झा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर द्वारा अस्पताल पहुंचकर पीड़िता का बयान लिया गया.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना पर योगी सरकार के क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है.
उन्होंने ट्विट कर कहा है, “उप्र में दरोगा भर्ती की परीक्षा देकर लौट रही एक युवती के साथ गैंगरेप व उस पीड़िता के ज़हर खाने की ख़बर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है। संवेदनहीन भाजपा सरकार बताए कि इस अपराध के दोषियों का एनकाउंटर कब होगा। उप्र में क़ानून-व्यवस्था ही सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हो गयी है।”