इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | राजस्थान में मदरसा बोर्ड में कार्यरत मदरसा पैरा टीचर्स पिछले कई दिनों से जयपुर के शहीद स्मारक पर मदरसों में पढ़ा रहे टीचर्स को नियमित करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं जिन्हें मंगलवार को जमाअत इस्लामी हिन्द का समर्थन मिला.
धरने पर बैठे हुए प्रदर्शनकारी शिक्षकों की मुख्य मांग है कि राजस्थान सरकार मदरसों में पढ़ा रहे टीचर्स को नियमित करने की घोषणा करे.
प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे जमाअत इस्लामी हिन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो. मोहम्मद सलीम इंजीनियर ने अपनी बात साझा करते हुए कहा कि, “जमाअत इस्लामी का प्रतिनिधि मंडल अपना समर्थन देने यहाँ पहुंचा है और हमारा यह मानना है कि मदरसा पैरा टीचर्स की जो मांगे हैं वो बिल्कुल जायज़ हैं, सरकार को इनकी मांगों को पूरा करना चाहिए.”
प्रो. सलीम ने कहा कि, “इनकी मांगों को पूरा न करना इनके साथ ज़ुल्म करने के समान होगा. और जमाअत इस्लामी हर पीड़ित के साथ खड़ी है. सभी को न्याय मिले यही सरकार की प्राथमिकता होनी चहिए.”
इन मांगों को लेकर शमशेर ख़ान के नेतृत्व में पिछले साल प्रदेश भर में एक दांडी यात्रा भी निकाली गई थी. सरकार द्वारा टीचर्स को नियमित करने का वादा किया गया था जिसके बाद यात्रा स्थगित कर प्रदर्शन ख़त्म कर दिया गया था.
सरकार द्वारा शिक्षकों को नियमित करने के लिए दिया गया निश्चित समय बीत जाने के बाद भी मांग पूरी न होने पर शिक्षकों द्वारा पुनः अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है.
पिछले दो सालों में राजस्थान में इन मांगों को लेकर कई प्रदर्शन हो चुके हैं लेकिन सरकार ने इनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया है.
मदरसा पैराटीचर्स, शिक्षाकर्मी व राजीव गाँधी पाठशाला पैराटीचर्स का शहीद स्मारक जयपुर में विभिन्न मांगों को लेकर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने में मंगलवार को जमाअत इस्लामी हिंद का प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंजीनियर मोहम्मद सलीम के नेतृत्व में टीचर्स की मांगों को अपना समर्थन देने धरना स्थल पहुंचा.
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि दो वर्ष हो गए हैं सरकार ने लिखित में वादा किया था कि उन्हें शीघ्र ही नियमित किया जाएगा, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से इस बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है.
जमाअत इस्लामी हिन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. मुहम्मद सलीम इंजीनियर ने धरना स्थल पर पहुंच कर धरना दे रहे पैराटीचर्स से मुलाकात की और जमाअत इस्लामी हिन्द द्वारा उनकी मांगों का समर्थन किया.
जमाअत इस्लामी हिन्द के प्रतिनिधि मंडल ने इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे शमशेर भालू खाँ से भी मुलाकात की.