नई दिल्ली | उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा का मुद्दा अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। लखीमपुर खीरी में किसानों के आंदोलन के दौरान सिख किसानों सहित कई लोगों की मृत्यु पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है।
आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को निर्देश जारी कर पूरी घटना पर 3 दिन में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
वहीं दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट में भी गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई हुई, कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से शुक्रवार तक रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
मामले में हुई सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा कि, अब तक कितनी गिरफ्तारियां हुई, वहीं आरोपी कितने हैं ?
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने लखीमपुर हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की। उनके साथ छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश भगेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी साथ उपस्थित रहे।
विपक्ष लगातार इस घटना पर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी की मांग और मंत्री को बर्खास्त करने का दबाब बनाने का प्रयास कर रहा है।
इसके अलावा लखीमपुर खीरी में आज भी राजनीतिक दलों के नेताओं का पीड़ितों के घर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने कुछ विपक्षी दलों के नेताओं को रास्ते में ही रोक दिया।
(आईएएनएस)