रहीम ख़ान | इंडिया टुमारो
जयपुर | राजस्थान में 26 सितंबर को प्रदेश में शिक्षक भर्ती के लिए रीट परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा में क़रीब 16 लाख परिक्षार्थियों ने भाग लिया. परीक्षा को लेकर सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर विशेष इंतज़ाम किए गए थे जिससे कि परिक्षार्थियों को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. हालांकि, परीक्षा केन्द्रों पर महिला परिक्षार्थियों को बुर्का, चुन्नी या दुपट्टा पहन कर परीक्षा देने से रोकने का मामला सामने आया है, जबकि परीक्षा गाइड लाइन में इस तरह का कोई जिक्र नहीं था.
प्रदेश भर में आयोजित रीट परीक्षा के दौरान कोटा में स्थित परीक्षा केंद्र ओम कोठारी इंस्टिट्यूट पर एक अल्पसंख्यक समुदाय की परीक्षार्थी को बुर्का पहनकर आने पर व्यवस्थापक ने परीक्षा भवन में प्रवेश देने से रोक दिया तथा उन्हें बुर्का उतार कर आने के लिए कहा.
परीक्षार्थी वाफिया मेराज ने इंडिया टुमारो को बताया कि, “उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ को कहा कि वह महिला स्टाफ के द्वारा उनकी चेकिंग करवा सकते हैं इसके बाद उन्हें परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया जाए लेकिन स्टाफ ने उनकी एक नहीं सुनी और माइक में बोल कर उन्हें बुर्के के साथ परीक्षा भवन में प्रवेश देने के लिए मना करते रहे.”
वाफिया ने आरोप लगाया कि, “वह 10 मिनट पहले परीक्षा केन्द्र पर पहुंची थी लेकिन बुर्का पहने होने की वजह से उन्हें परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया गया और जब परीक्षा भवन में दाखिल होने का समय हुआ तो परीक्षा केन्द्र के दरवाजे बंद कर दिए गए और वो परीक्षा देने से वंचित रह गई.”
इंडिया टुमारो को वाफिया ने बताया कि, “इससे पहले 2018 में हुई रीट की परीक्षा उन्होंने बुर्का पहन कर ही दी थी और इस बार भी परीक्षा की गाइड लाइन में बुर्के को लेकर इस तरह की कोई बात नहीं लिखी गई थी.”
इस संबंध में वाफिया मेराज ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए राज्य के अल्पसंख्यक आयोग को भी शिकायत भेजी है. जिसमें उन्होंने कहा कि धार्मिक बुनियाद पर उनका पहनावा बुर्खा ही है, लेकिन ड्यूटी पर तैनात स्टाफ ने उन्हें इसी बुनियाद पर भेदभाव करते हुए परीक्षा भवन में प्रवेश नहीं दिया.
अपनी शिकायत में उन्होंने राज्य अल्पसंख्यक आयोग से जिम्मेदार कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है.
टोंक से खुर्शीद अनवर ने इंडिया टुमारो को बताया कि, “परीक्षा देने के लिए आई हुई हिंदू मुस्लिम सभी बच्चियों को बुर्क़ा, दुपट्टा या चुन्नी पहन कर परीक्षा केन्द्र में जाने से रोक दिया गया जबकि परीक्षा की गाइड लाइन में इसका कोई जिक्र नहीं था. परिक्षार्थियों और अभिभावकों द्वारा इसका विरोध करने के बाद भी बच्चियों को बिना सर ढकें ही परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेश दिया गया.”
खुर्शीद अनवर ने बताया कि, “सुबह प्रथम पारी के पेपर में विरोध दर्ज करवाने के बाद कुछ परीक्षा केंद्रों पर दोपहर में दूसरी पारी के पेपर में परिक्षार्थियों को दुपट्टे और चुन्नी के साथ प्रवेश दे दिया गया.”
खुर्शीद अनवर का कहना था कि दुपट्टे और चुन्नी की वजह से जिन-जिन परिक्षार्थियों को अनावश्यक रूप से परीक्षा में परेशान किया गया है उन सभी से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिलवाकर विरोध दर्ज किया जाएगा.
कांग्रेस पीसीसी सदस्य हाकम अली देशवाली ने इंडिया टुमारो को बताया कि, “राजस्थान परंपराओं और मान्यताओं का प्रदेश है, जहां बहन बेटी की इज़्ज़त के लिए हमारे पुरखों ने अपनी जान तक दे दी थी. सरकार को परीक्षा में दुपट्टा या चुन्नी से क्या परेशानी है यह समझ से परे है. हम इसको लेकर विरोध दर्ज करवाएंगे ताकि आने वाले दिनों में जो एग्जाम होने वाले हैं उनमें हमारी किसी भी बहन बेटी को इस तरह बेइज्जत होकर परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.”
उन्होंने कहा कि, “अल्पसंख्यकों को होने वाली परेशानियों की शिकायत के लिए बनाए गए अल्पसंख्यक आयोग में चेयरमैन और मेंबर अभी तक नहीं बनाए गए हैं जिससे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को आ रही परेशानियों की शिकायत सुनने वाला भी कोई नहीं है. जल्दी ही इसकी शिकायत कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और अल्प संख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद को की जाएगी.”
यह थी परीक्षा की गाइड लाइन
विशेष:- द्वितीय स्तर (कक्षा 6 से 8) की परीक्षा प्रथम सत्र में प्रातः 10:00 बजे से एवं प्रथम स्तर (कक्षा 1 से 5) की परीक्षा द्वितीय सत्र में अपरान्ह 2:30 बजे से प्रारम्भ होगी, इसका विशेष ध्यान रखा जावे |
नोट:- परीक्षार्थियों के लिये महत्वपूर्ण निर्देश :
- परीक्षार्थी स्वयं मास्क लगाकर आयें तथा परीक्षा के दौरान मास्क लगाकर ही बैठे एवं पीने के पानी की डिस्पोसेबल पारदर्शी बोतल स्वयं की लेकर आये (एक लीटर से बड़ी बोतल नहीं लायें।) सरकार द्वारा दी गई Covid-19 की गाईडलाईन का पूर्ण पालन करें।
- परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में अपने साथ प्रवेश-पत्र, नीला/काला बॉल पेन, पहचान पत्र के लिए आधार कार्ड अथवा पेन कार्ड की मूल तथा उसकी स्वप्रमाणित फोटो प्रति लाना अनिवार्य है।
- परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल, केल्कुलेटर, ब्लूटूथ, पेजर या अन्य कोई इलेक्ट्रोनिक्स उपकरण, घड़ी, अँगूठी, कान के टोप्स, लाकेट, पर्स, हैण्डबेग, डायरी इत्यादि लाना वर्जित है। यदि परीक्षार्थी इस प्रकार की कोई सामग्री साथ लाता है तो उसे अपनी स्वयं की जिम्मेदारी पर परीक्षा केन्द्र के बाहर रखना होगा। परीक्षा केन्द्र की इन वस्तुओं को रखने व सुरक्षा की कोई व्यवस्था एवं जिम्मेदारी नहीं होगी। परीक्षार्थी आधी बांह का शर्ट/टी-शर्ट/कुर्ता पहनकर ही आयें तथा सेंडिल/चप्पल पहनकर ही आयें।
- परीक्षा केन्द्र पर समय पूर्व पहुँचे, परीक्षार्थी परीक्षा से एक घंटे पूर्व केन्द्र में प्रवेश कर सकेंगें तथा परीक्षा प्रारम्भ होने से 30 मिनट पहले पहुंचना अनिवार्य है, अर्थात प्रथम पारी में प्रातः 9:30 बजे तथा द्वितीय पारी में अपरान्ह 2:00 बजे के पश्चात् परीक्षा केन्द्र में प्रवेशाज्ञा नहीं दी जावेगी।
- परीक्षार्थी को किसी भी परिस्थिति में परीक्षा समाप्ति से पूर्व परीक्षा कक्ष छोड़ने की अनुमिति नहीं दी जायेगी।
- परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र की कार्यालय प्रति पर अपना पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो चिपका कर लाना अनिवार्य है।
- परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष में कार्यालय प्रति पर प्रत्येक पारी में वीक्षक के सम्मुख अपने हस्ताक्षर करेंगे तथा इसे वीक्षक को देना आवश्यक है।