इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | जमाअत इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने मीडिया को जारी अपने एक बयान में यह मांग की है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी पर लगे कथित आरोपों को बिना शर्त वापस लिया जाए और उन्हें तुरंत रिहा किया जाए.
मशहूर इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी को बुधवार को यूपीएटीएस द्वारा अवैध धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किए जाने को लेकर देशभर के मानवाधिकार कार्यकर्ता, बुद्धजीवी, समाजसेवी और न्यायप्रिय नागरिकों ने चिंता व्यक्त की है.
सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा कि, “मौलाना कलीम सिद्दीकी न केवल मुसलमानों के बीच बल्कि गैर-मुस्लिम समाज में भी एक सम्मानित व्यक्ति हैं. उनकी गिरफ्तारी से आबादी के एक बड़े हिस्से में बेचैनी है. गिरफ्तारी ने एक बार फिर यूपी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं.”
इस गिरफ्तारी को यूपी में आगामी चुनावों के संदर्भ में हिंदू-मुस्लिम नफरत को बढ़ावा देने का प्रयास भी माना जा रहा है.
जमाअत इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष ने कहा कि, “हम पुलिस को यह याद दिलाना चाहते हैं कि हमारे देश में धर्म और आस्था पर अमल करना और उसका प्रचार करना हर नागरिक का बुनियादी, मानवीय और संवैधानिक अधिकार है. इसी प्रकार, हमारे संविधान ने प्रत्येक नागरिक को स्वतंत्रता दी है कि वह जिस भी विचारधारा या आस्था को पसंद करता है उसे अपनाए. इस आज़ादी को प्रतिबंधित करने का कोई भी प्रयास एक अमानवीय और असंवैधानिक प्रयास होगा और इन असंवैधानिक प्रयासों का विरोध करना देश के सभी सम्मानित नागरिकों की ज़िम्मेदारी है.”
जमाअत प्रमुख ने कहा कि, “हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि बल या लालच से किसी के धार्मिक विश्वास को बदलना न केवल इस्लाम की शिक्षाओं के खिलाफ है, बल्कि इसकी मूल अवधारणा के भी विरुद्ध है. इस्लाम का कोई भी जानकार ऐसा नहीं कर सकता.”
जमाअत इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष ने कहा कि, “विभिन्न विरोधी विचारधारा के व्यक्तियों के साथ इस तरह के कार्यों के लिए पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग देश के भविष्य के लिए बेहद खतरनाक है.”
समाज में किए जा रहे ध्रुवीकरण के प्रयास पर चिंता जताते हुए जमाअत प्रमुख ने कहा कि, “ऐसा लगता है कि यूपी सरकार के पास अपना विकास कार्य पेश करने के लिए सकारात्मक रिकॉर्ड नहीं है. इसलिए वह लगातार सांप्रदायिक विभाजन और तनाव पैदा करने वाले क़दम उठा रही है. समाज में नफरत फैलाकर राजनीतिक सत्ता हासिल करने या उसे बनाए रखने का प्रयास पूरे राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए हानिकारक है.”
जमाअत इस्लामी हिन्द के मीडिया सचिव, सैयद तनवीर अहमद द्वारा जमाअत अध्यक्ष का यह बयान मीडिया को जारी किया गया.