इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | असम के दरांग जिले में अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में प्रदर्शन कर रहे दो लोगों की मौत हो गई है. स्थानीय निवासियों ने तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिनमें पुलिस को प्रदर्शन कर रहे नागरिक पर गोली चलाते हुए देखा जा सकता है.
पुलिस अधीक्षक सुशांत बिस्वा सरमा के अनुसार दोनों मृतकों की पहचान सद्दाम हुसैन और शेख फरीद के रूप में हुई है.
विरोध-प्रदर्शन कर रहे परिवारों की यह मांग थी कि उनको ज़मीन से बेदखल करने के अभियान को रोका जाए और उन्हें पुनर्वास पैकेज दिया जाए. बेदखल किये जाने वाले अधिकतर मुस्लिम समुदाय के हैं.
आरोप है कि पुलिस ने अतिक्रमण हटाने के अभियान में लोगों को लाठी-डंडों से भी मारा. इस घटना में दो लोगों की मौत के अलावा कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है.
दरांग जिले के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि, “जिला प्रशासन द्वारा बेदखल किए गए 800 परिवार पुनर्वास की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन के दौरान अचानक वे हिंसक हो गए. उनको रोकने के लिए पुलिस ने गोली चलाई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.”
पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि भीड़ ने उन पर पथराव किया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए जिसके बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. हालांकि, वायरल वीडियो में पुलिस को एक किसान को गोली मारते हुए देखा जा सकता है.
असम के दरांग जिले के धौलपुर, सिपाझार के नागरिकों को अतिक्रमण हटाने के नाम पर बेदखल कर करने का अभियान चलाया जा रहा था, इसके लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिसबल मौके पर पहुंचा था. इसी दौरान हिंसा भड़क गई. पुलिस ने पहले लाठी-डंडों का इस्तेमाल किया और फिर फायरिंग शुरू कर दी.
पुलिस पर आरोप है कि उसने विरोध कर रहे दो लोगों को गोली मार दी. स्थानीय लोगों ने मरने वालों की संख्या तीन बताया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “असम राज्य प्रायोजित आग में जल रहा है। मैं राज्य में अपने भाइयों और बहनों के साथ खड़ा हूं -भारत का कोई भी बच्चा इसके लायक नहीं है.”
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोराह ने पुलिस फायरिंग की निंदा की है. असम कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विट कर कांग्रेस अध्यक्ष का बयान साझा किया गया है.
ट्विट कर कहा गया है कि, “प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन कुमार बोराह ने असम सरकार द्वारा आबादी को बेदखल करने के अभियान के दौरान धौलपुर, सिपाझार के नागरिकों, प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग की बर्बर कार्रवाई की कड़ी निंदा की है.
लगभग 800 परिवारों को उस स्थान से हटाया जा रहा है. इंडिया टुमारो को एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जिन लोगों को अतिक्रमण के नाम पर हटाया जा रहा है वे लोग तकरीबन 100 सालों से उस स्थान पर रहते आये हैं. इसीलिए लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं.
पुलिस ने अपने बचाव में कहा है कि लोगों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी.