रहीम ख़ान | इंडिया टुमारो
जयपुर | राजस्थान में झुंझुनूं शहर के नौ मुस्लिम सामाजिक संगठनों ने मिलकर कोरोना की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया हैैै.
कोरोना से हो रही मौतों से लोगों को बचाने के लिए इन्होंने यह ठाना है कि कोई भी व्यक्ति इलाज के लिए परेशान ना हो और सबको अच्छी चिकित्सा सुविधा भी मिले. इसके लिए सभी संगठनों नेे मिलकर झुंझुनूं शहर में कोविड केयर सेंटर बनाकर तैयार किया हैै, जिसको कोरोना मरीज़ों केे इलाज के लिए बुधवार को जिला प्रशासन के सुपुर्द कर दिया गया.
इंडिया टुमारो से बात करते हुए मुस्लिम सामाजिक संगठन हैल्पिंग हैंड्स के तहसीन अली कुरैैशी ने बताया कि झुंझुनूं जिले के आस पास के गांवों कस्बों से लगातार खबरें आ रही थी कि लोगों को इलाज के लिए बैड्स नहीं मिल पा रहेे हैंं. लोग आक्सीजन सिलेंडर के लिए इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन सिलेंडर नहीं मिल पा रहे है. इसके बाद शहर में सामाजिक काम करने वाले नौ संगठनों के प्रतिनिधियों ने आपसी बातचीत कर फैसला लिया कि झुंझुनूं जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग को कोविड केयर सेंटर बनाकर दिया जाए. जिसमें चिकित्सा सुविधा प्रशासन उपलब्ध करवाएगा. इसके अलावा सारी की सारी व्यवस्थाएं ये संगठन संभालेंगे. अब ये कोविड केयर सेंटर झुंझुनूं के थ्री डॉट्स चिल्ड्रन एकेडमी स्कूल में बनकर तैयार हैै.
अल कुरैश वेलफेयर सोसायटी के उमर कुरैशी ने इंडिया टुमारो को बताया कि इस कोविड केयर सेंटर में 30 आक्सीजन बैड्स के अलावा अलग से 10 आइसोलेशन बैड्स और बनाए गए हैै. यदि कोई व्यक्ति जिसको कोरोना के प्रारंभिक लक्षण हैं और अगर वो अपने घर में आइसोलेट नहीं हो सकता हैै तो वो यहां आकर खुद को आइसोलेट कर बीमारी से बच सकता है.
मुस्लिम वेलफेयर फ्रंट के इब्राहिम खान ने इंडिया टुमारो को बताया कि इस लड़ाई में केवल नौ संगठन ही नहीं, बल्कि झुंझुनूं शहर का और इस जिले का हर एक सामाजिक कार्यकर्ता प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हुआ है. कोरोना की लड़ाई को मिलकर ही जीता जा सकता है. जब पहली लहर आई थी तब भी हम सब संगठनों ने “कोई भूखा ना सोए” का संकल्प लेकर लोगों को मदद पहुंचाई थी. लेकिन इस बार चिकित्सा सुविधा मिलना बेहद जरूरी है इसलिए इस दिशा में यह कदम उठाया गया है.
उन्होंने बताया कि कोविड केयर सेंटर में इलाज से लेकर खाने, रहने, दवा, आक्सीजन आदि की सभी प्रकार की व्यवस्थाएं निशुल्क मुस्लिम सामाजिक संगठनों की ओर से ही होगी. यह काम हम मानवता की सेवा के लिए कर रहे हैं इसमें बिना किसी भेदभाव के सभी जाति धर्म के लोगों का इलाज निशुल्क किया जाएगा.
इब्राहिम खान ने इंडिया टुमारो को बताया कि विशेषज्ञों का कहना है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर भी आने वाली है. ऐसे में यह कोविड केयर सेंटर बनाना एक तरह से तीसरी वेव का मुकाबला करने की तैयारी भी है. जरूरत पड़ने पर यहां पर बैड्स की संख्या बढाई जाएगी. साथ ही भविष्य में तीसरी लहर में पीड़ित रोगियों के इलाज के लिए और भी कोविड केयर सेंटर का संचालन करना होगा तो यह पहला सेंटर एक अनुभव के रूप में हमारे सामने होगा.
जमाते इस्लामी हिंद के झुंझुनूं जिला अध्यक्ष मुराद अली खान ने इंडिया टुमारो को बताया कि यह कोविड सेंटर बुधवार से शुरू हो जाएगा, इसमें चिकित्सा सेवा सरकारी अस्पताल के डॉक्टर देंगे. इस सेंटर के संचालन में जो भी खर्चा आएगा उसका वहन सभी मुस्लिम संगठनों द्वारा ही किया जा रहा है. अब दूसरे समाज के लोग भी इसमें सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं जिनसे जरूरत पड़ने पर ही सहयोग लिया जाएगा.
कोविड सेंटर को इतना देर से शुरू करने के सवाल पर मुराद अली ने बताया कि इस सेंटर को शुरू करने के लिए हम सब ईद के बाद से ही सक्रिय हो गए थे लेकिन तब कोरोना अपने पीक पर था इसलिए ऑक्सीजन सिलेंडर मिलने में बहुत परेशानी आ रही थी. हम नहीं चाहते थे की एक बार सेंटर शुरू करने के बाद उसको चलाने में किसी तरह की कोई परेशानी आए. अब हमनें सभी इंतजाम कर लिए हैं जिसका फायदा हमें अभी भी मिलेगा और कोरोना की तीसरी लहर आने पर हम उसका सामना करने की बेहतर स्थिति में भी होंगे.
यह नौ मुस्लिम सामाजिक संगठन कर रहे हैं इस कोविड सेंटर का संचालन
इस कोविड केयर सेंटर को बनाने में जिन नौ संगठनों ने मुहिम शुरू की और इसे अंजाम तक पहुंचाया है उनमें अल कुरैश वेलफेयर सोसायटी, मुस्लिम वेलफेयर फ्रंट, हैल्पिंग हैंड्स, बिस्मिल्ला फाउंडेशन, मेडिकल सर्विसेज सोसायटी, कायमखानी यूथ ब्रिगेड, जमाते इस्लामी हिंद, कर्म भूमि से जन्मभूमि की ओर आओ गांव चले सूरत, इंडो नेशनल वेलफेयर सोसायटी शामिल हैं.
इस कार्य में इन संगठनों के पदाधिकारी उमर कुरैशी, तहसीन अली कुरैशी, इब्राहिम खान, डॉ. आरिफ मिर्जा, अयूब बड़गुर्जर, शबीर अली गहलोत, जमील खान, अंसार मुज्तर, इस्माइल चोपदार, अताउर रहमान कुरैशी, नईम इकबाल, बरकत अली गहलोत, इम्तियाज तगाला, इकराम भाटी, मजीद कुरैशी, मुराद खान खोखर, असलम कपूर, अलादीन खोखर, सज्जाद मलवान, मो. इदरीश बड़गुर्जर, मोहम्मद हारून कुरैशी , मोहसीन कुरैशी, इम्तियाज अली नयासर आदि सहयोगी के रूप में साथ दे रहे है.