स्टाफ रिपोर्ट | इंडिया टुमारो
नई दिल्ली | मध्यप्रदेश में पिछले हफ्ते कई शहरों में राम मंदिर निर्माण के लिए चन्दा इकट्ठा करने के लिए दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान झड़प, हिंसा और मुस्लिम इबादतगाहों को निशाना बनाने के कई मामले सामने आये हैं.
यह सभी रैलियां हिन्दुत्ववादी संगठनों द्वारा निकाली गईं हालांकि, उज्जैन, इंदौर और मंदसौर में रैलियों के दौरान पथराव तोड़फोड़ और उत्पात के बाद दर्जनों मुसलमानों को हिरासत में लिया गया, उन पर NSA लगाया गया और उनके मकान भी गिरा दिए गए हैं.
उज्जैन में हुई इस घटना के बाद आचार्य शेखर ने धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाते हुए कथित रूप से भड़काऊ बयान दिया था जिसके बाद इंदौर और मंदसौर में भी भीड़ ने मुस्लिम धार्मिक स्थल को निशाना बनाया.
आरोप है कि इन सभी स्थानों पर अल्पसंख्यक समुदाय को पहले हिन्दुत्ववादी भीड़ ने और फिर प्रशासन द्वारा टार्गेट किया गया. उज्जैन में घटना के बाद प्रशासन ने NSA लगाया और घर गिराया तो इंदौर में अतिक्रमण का हवाला देते हुए सड़क चौड़ी करने के नाम पर 15 मुस्लिम घरों के कुछ हिस्से को गिराया गया.
हालांकि, पीड़ितों का आरोप है कि इन सभी सथानों पर पुलिस की मौजूदगी में हिंदुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम इलाकों में उनके घरों, दुकानों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया.
राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकठ्ठा करने के नाम पर मध्यप्रदेश में जगह-जगह रैलियां निकाली जा रही हैं और मुस्लिम बहुल इलाके में नारेबाजी करने का मामला सामने आरहा है.
बीते हफ्ते तीन जगहों पर रैलियां निकाल कर मुस्लिम इलाकों में तोड़-फोड़ की गई.
उज्जैन
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए उज्जैन में 25 दिसंबर को भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा रैली निकाली गई थी. रैली के दौरान उस समय झड़प हो गई जब भारतीय जनता युवा मोर्चा के करीब 300 कार्यकर्ताओं ने बेगम बाग इलाके में बाइक रैली में कथित तौर पर भड़काऊ नारे लगाए.
आरोप है कि पुलिस की मौजूदगी में हिन्दुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मुस्लिम इलाकों में दुकानों और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया और तोड़-फोड़ की.
इंदौर
29 दिसंबर को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के चांदनखेड़ी इलाके में 200 लोगों की भीड़ ने कथित तौर पर मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया और मस्जिद को नुकसान पहुंचाया. राम मंदिर निर्माण का फंड जुटाने के लिए रैली निकाली गई थी.
रिपोर्ट के अनुसार अन्य पक्ष की ओर से पथराव किया गया जिसमें कुछ लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है. रैली और नारेबाजी भीड़ ने शुरू की थी हालांकि आरोप है कि मुसलमानों को ही गिरफ्तार किया जा रहा है.
इस घटना के बाद बुधवार को प्रशासन ने 15 मुस्लिम परिवार के घर अवैध अतिक्रमण बता कर गिरा दिए है.
मंदसौर
मंगलवार को मध्य प्रदेश में मंदसौर जिले के डोराना गांव में हुई हिंसा के बाद हालात अभी भी सामान्य नहीं हैं. अभी भी दहशत का माहौल है और मुस्लिम समुदाय के लोग अपने घरों में जाने से डर रहे हैं.
मंदसौर के इस गांव में लगभग 500 घर हैं जिसमें 82 मुस्लिम परिवार रहते हैं. मंगलवार को हुई विश्व हिंदू परिषद की रैली के दौरान डोराना गांव में पुलिस की मौजूदगी में हालात बिगड़ गए थे. विहिप की रैली में 5000 लोगों ने हिस्सा लिया था.
यहाँ भी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जागरूकता के नाम पर रैली निकाली गई थी. मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से गुजरने के दौरान रैली में मौजूद कार्यकर्ताओं ने गांव के मुस्लिम घरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी.
उज्जैन की घटना के बाद आचार्य शेखर ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि, “मध्यप्रदेश में इतने क़ब्रिस्तान बनेंगे कि दफनाने की जगह कम पड़ जाएगी”, उज्जैन की घटना के बाद आचार्य शेखर द्वारा कई आपत्तिजनक बयान दिए गए. उनके भड़काऊ बयान के बाद मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में हिंदुत्ववादी भीड़ ने मुसलमानों की इबादतगाहों पर हमला किया और उन्हें नुकसान पहुंचाया.
आचार्य शेखर ने अपने बयान में उज्जैन के शहर काज़ी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उनपर प्रशासन को धमकी देने का आरोप लगाया. आचार्य ने कहा कि शहर क़ाज़ी को नहीं पता कि उज्जैन में कितने हिन्दू रहते हैं और मध्यप्रदेश में हिन्दुओं की संख्या कितनी है? आप यहाँ आतंक फैलाना चाहते हैं.”
अपने बयान में आचार्य ने कहा कि शहर क़ाज़ी ने प्रशासन को धमकी दी है, इनका भी घर तोड़ा जाये और शहर से बाहर किया जाये.
इस बयान के बाद इंदौर और मंदसौर में हिन्दुत्ववादी भीड़ ने मुस्लिम धार्मिक स्थल को निशाना बनाया.
इंडिया टुमारो से बात करते हुए उज्जैन के शहर काज़ी खलीकुर्रहमान उस्मानी ने कहा कि, “उज्जैन में हुई हिंसा के बाद मैंने प्रशासन से ये अपील की थी कि शहर की फिजा ख़राब न हो इसके लिए आप असल आरोपियों को पकड़ें और एक पक्षीय कार्रवाई न करें.”
उन्होंने कहा, “मैंने हमेशा से शांति की ही अपील की है और अभी भी यही कर रहा हूँ, अब मेरी इस अपील को कोई साम्प्रदायिक समझ रहा है तो इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता.”
मध्य प्रदेश में राम मंदिर निर्माण के लिए निकाली गई रैलियों में बीते दिनों झड़प और हिंसा देखने को मिली है.