इश्फ़ाकुल हसन | इंडिया टुमारो
श्रीनगर | पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने नज़रबंद किए जाने से नाराज़ मोदी सरकार को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि वे न तो कभी हार मानेंगी और न ही अन्याय के सामने सिर झुकाएंगी.
महबूबा ने अपने नवनिर्वाचित डीडीसी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा, “किसी भी प्रकार की ज़बरदस्ती लोगों को समर्पण करने के लिए मजबूर नहीं कर सकती है. हम अपने हक के लिए लड़ेंगे. हम उन लोगों में से नहीं हैं जो अपनी अर्थव्यवस्था और आजीविका पर किए गए घातक हमलों के बावजूद हार मान लेंगे.”
महबूबा गुप्कर डिक्लेरेशन (PAGD) के पीपुल्स अलायंस की उपाध्यक्ष भी हैं. उन्होंने कहा कि जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों में शानदार सफलता से उन लोगों को झटका लगा है, जिन्होंने उनकी पार्टी को पहले ही हारा हुआ घोषित कर दिया था.
अहंकार के नशे में उन्हें लगा कि मुझे प्रचार करने की अनुमति नहीं देने से, हमें डराकर रखने और हमारे नेताओं की गिरफ्तारी करने से, पीडीपी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगी. हमारा संगठन सिर्फ एक पार्टी नहीं है बल्कि एक आंदोलन है जो कभी भी अपने आदर्शों और संवाद व सुलह के मूल राजनीतिक सिद्धांत से समझौता नहीं करेगा.
नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, सीपीआईएम, और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट सहित छह प्रमुख राजनीतिक दलों का समूह गुप्कर घोषणा का पीपुल्स अलायंस 110 से अधिक सीटों पर जीता है. अकेले पीडीपी ने 27 सीटों पर जीत दर्ज की.
विशेष दर्जा और राज्य की बहाली के लिए लड़ने के लिए बनाई की गई PAGD जम्मू और कश्मीर में 280 डीडीसी सीटों में से अधिकांश पर चुनाव लड़ रही थी. हालांकि, सभी सदस्य दलों ने अपने पार्टी संबंधित प्रतीकों का उपयोग किया.
उन्होंने कहा कि “सिस्टम द्वारा लगाएं गए अवरोधों, गिरफ्तारी के खतरों, सांप्रदायिक ताकतों और उनके करीबी लोगों द्वारा धन का बेतहाशा इस्तेमाल करने के बावजूद यह पार्टी कैडर और कार्यकर्ताओं की लगन थी जिसने उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित की.”
महबूबा ने जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति बहाली के लिए काम जारी रखने का संकल्प लिया और कहा कि, “वार्ता स्थायी शांति के लिए सबसे ज़रूरी है. हम कश्मीर को युद्ध का मैदान नहीं बनने देंगे और लगातार काम करेंगे ताकि जम्मू-कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के सेतु के रूप में काम कर सके.”
उन्होंने जीतने वाले उम्मीदवारों से पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ लोगों की सेवा करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि “लोग विपरीत परिस्थितियों के बीच जी रहे हैं और इस मौके पर उठ खड़े होने और जनता की सेवा करने के लिए आप सभी पर ज़िम्मेदारी का भार आ गया है.”
इसी बीच PAGD के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने आगाह किया कि लोकतंत्र विरोधी ताकतें लोगों के अधिकारों की बहाली के प्रयासों को रोकने के लिए बाधा उत्पन्न करेंगी.
उन्होंने कहा, “हालाँकि, हमारे कार्यकर्ता और पदाअधिकारी कहीं से भी किसी भी प्रकार के सहयोग के बिना हर मुश्किल में खरे उतरे हैं. मुझे उम्मीद है कि पार्टी की रैंक और प्रगति दृढ़ता के साथ बनी रहेगी. एकता सफलता की कुंजी है. आने वाले दिनों में हमारे विरोधी हमारी एकता को तोड़ने के लिए हर तरह से लुभाने, ज़बरदस्ती और डराने-धमकाने का काम करेंगे. हमें अपनी ओर से उनके कपटी दावपेंच के खिलाफ अपनी स्थिति और मज़बूत करनी होगी और हमारे सामने आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करना होगा.”