इंडिया टुमारो
लखनऊ, 4 नवम्बर | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ‘राम नाम सत्य कर देने’ वाले बयान पर रिहाई मंच ने आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की है और साथ ही इसे लव जिहाद के नाम पर साम्प्रदायिक हिंसा को बढ़ावा देने वाला वक्तव्य करार दिया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जौनपुर में भाजपा की एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए एक जनसभा में मुस्लिमों को चेताते हुए कहा था कि जो लोग अपनी पहचान छिपाकर लव जिहाद करते हैं, उनकी राम नाम सत्य है कि यात्रा निकलने वाली है.
रिपोर्ट के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक आदेश का उल्लेख किया, जिसमें अदालत ने कहा था कि अगर कोई शख्स सिर्फ विवाह के उद्देश्य से धर्म परिवर्तन करता है तो वह वैध नहीं है.
चुनावी सभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा, “सरकार निर्णय ले रही है कि हम लव जिहाद को सख्ती से रोकने का कार्य करेंगे. एक प्रभावी कानून बनाएंगे. चोरी-छिपे, नाम, स्वरूप छिपाकर के जो लोग बहन, बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको पहले से मेरी चेतावनी, अगर वे सुधरे नहीं, तो राम नाम सत्य है की यात्रा अब निकलने वाली है.”
रिहाई मंच के महासचिव राजीय यादव ने योगी के इस बयान पर कहा कि बिहार चुनाव प्रचार के दौरान एक तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावा करते हैं कि देश किसी फतवे से नहीं बल्कि संविधान से चलेगा लेकिन दूसरी ओर संविधान की मूल भावना के खिलाफ जाते हुए अंतर-धार्मिक प्रेम को लव जिहाद घोषित करते हुए खुले आम राम नाम सत्य कर देने की धमकी देते हैं.
राजीव ने कहा कि, “उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का ग्राफ पहले ही काफी नीचे है. ऐसे में मुख्यमंत्री का इस प्रकार का बयान बेलगाम साम्प्रदायिक तत्वों की हिंसा को और बढ़ावा देगा.”
उन्होंने कहा कि, “प्रदेश में बलात्कार और हत्या की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के ठोस प्रयास करने के बजाए इस तरह का बयान भीड़ की हिंसा को बढ़ावा देंगे.”
रिहाई मंच के महासचिव ने सर्वधर्म सम्भाव के लिए काम करने वाले फैसल खान की गिरफ्तारी पर भी विरोध दर्ज कराते हुए कहा है कि दिल्ली स्थित गफ्फार मंजिल में भेदभाव के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों को समर्पित ‘सबका घर’ की स्थापना करने वाले फैसल खान को साम्प्रदायिक द्वेष फैलाने के आरोप में गिरफ्तार करना हास्यास्पद है.